मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आर्थिक और राजनैतिक सशक्तिकरण के माध्यम से महिला सशक्तिकरण किया जा सकता है। मध्यप्रदेश इस दिशा में नेतृत्व करेगा। उन्होंने समाज से महिला सशक्तिकरण के लिये साथ देने का आव्हान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ महिला सम्मान एवं संरक्षण के गौरवी अभियान के शुभारंभ समारोह में कही। समारोह की अध्यक्षता केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने की। कार्यक्रम में प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता आमिर खान विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियों के प्रति भेदभाव मानसिकता का दोष है। इसे बदलने के लिये सामूहिक प्रयास की जरूरत है। समाज में महिलाओं के प्रति नजरिया बदलने का अभियान चलाना होगा। गौरवी अभियान इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मध्यप्रदेश में बेटियों को वरदान बनाने के लिये बेटी बचाओ अभियान शुरू किया गया। मुख्यमंत्री कन्यादान और लाड़ली लक्ष्मी जैसी अभिनव योजनाएँ बनाई गई जिन्हें अन्य प्रदेशों ने भी अपनाया। प्रदेश में स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिये 50 प्रतिशत आरक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा को रोकने के लिये समाज को आगे आना होगा। प्रदेश में गौरवी अभियान के तहत वन स्टाप क्राइसिस रिज्यूलेशन सेंटर खोले जायेंगे। मध्यप्रदेश में महिला अपराध के मामले में 15 दिन के भीतर जाँच के बाद चालान प्रस्तुत करने की व्यवस्था की गई है। इस तरह के प्रकरणों में अपराधियों को समय-सीमा में कठोर सजा दिलाई गई है।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि मध्यप्रदेश में गौरवी अभियान शुरू कर पूरे देश के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई अनूठी योजनाएँ शुरू की हैं जिन्हें देश में अपनाया जा सकता है। जिस प्रकार पोलियो को समाप्त किया गया है। उसी प्रकार खसरा, प्याज और कुष्ठ रोग भी समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार मध्यप्रदेश को पूरा सहयोग देगी। महिला सुरक्षा को सुदृढ़ करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। महिलाओं के सम्मान की रक्षा एक संवेदनशील विषय है। महिला सुरक्षा और संरक्षण के इस अभियान में सभी विभागों की भूमिका रहे। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में स्वास्थ्य को एक बड़ा जन आंदोलन बनाने की जरूरत है। मध्यप्रदेश इस दिशा में पहल करें। उन्होंने कहा कि भोपाल में बन रहे एम्स को एम्स दिल्ली के समकक्ष बनाया जायेगा। इसे समय-सीमा में पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि भोपाल का एम्स ऐसा अस्पताल है जहाँ एक पूरा परिसर आयुष को समर्पित है। सभी चिकित्सा पद्धतियों को एक साथ रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पूर्ववर्ती केंद्रीय सरकार के असहयोग के चलते मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को निचले स्तर तक ले जाने में बाधाएँ आती थीं, अब यह स्थिति नहीं रहेगी। उन्होंने गौरवी अभियान को अनुपम पहल बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की पहल और विशेष रुचि बेटियों को बचाने और उनकी गरिमा की रक्षा करने के लिये प्रदेश में कई योजनाएं चलायी गई हैं। इस दिशा में रचनात्मक कार्य करने वाले वे पहले मुख्यमंत्री हैं। श्री मिश्रा ने कहा कि महिला हिंसा, उत्पीड़न और शोषण के प्रकरण में मध्यप्रदेश के सख्त रवैये के कारण अपराधियों को तत्काल दंडित किया गया है। स्वास्थ्य क्षेत्र में उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि प्रतिदिन 4 लाख रोगी को 450 प्रकार की दवाइयाँ नि:शुल्क मिलती हैं। आज तक कोई गंभीर शिकायत नहीँ हुई। गंभीर मरीजों को आर्थिक सहायता देने में भी प्रदेश आगे है। यहाँ हर वर्ष 100 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता मरीज को मिलती है। अस्पतालों में भर्ती करीब 90 हजार मरीज को नाश्ता एवं भोजन मिलता है।
महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिलाओं के सम्मान और उनका गौरव बढ़ाने की दिशा में अनूठी पहल हुई है। उन्होंने कहा कि महिला हिंसा रोकने संबंधी केंद्रीय कानून पारित होने के तत्काल बाद मध्यप्रदेश ने ऊषा किरण योजना लागू कर पहल की थी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अधिकार संपन्न बनाने के लिये अशासकीय संस्थाओं और समाज के हर वर्ग की भागीदारी जरूरी है ।
प्रसिद्ध सिने अभिनेता-निदेशक आमिर खान अपने भाषण में कहा कि सत्यमेव जयते कार्यक्रम में पीड़ित महिलाओं को एक ही स्थान पर स्वास्थ्य, मनोचिकित्सीय, कानूनी और पुलिस सहायता देने का सुझाव आया था। इस विचार को एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने समर्थन दिया था। इस पर अमल करने में मध्यप्रदेश ने सबसे पहले पहल की, इसके लिये मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडलीय टीम बधाई की पात्र है। श्री आमिर खान ने कहा कि वे वन स्टॉप क्राइसिस रेजोल्यूशन सेंटर में पदस्थ होने वाले चिकित्सकों, कानूनी विशेषज्ञों, परामर्शदाताओं एवं अमले के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेना चाहेंगे और उनसे संवाद करेंगे। उन्होंने कहा कि अपराधियों के विरुद्ध अतिशीघ्र और पक्की कार्रवाई कर उन्हें दंड देने से ही महिलाओं के प्रति न्याय होगा और समाज में सुरक्षा का भाव आयेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बेटियों को भावनात्मक, शारीरिक और मानसिक रूप से ताकत देना होगी। इसके अलावा बेटों को सही शिक्षा देने की शुरूआत करना होगी ताकि वे बहनों और महिलाओं का सम्मान और आदर करना सीखें। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि मध्यप्रदेश की यह पहल सफल होगी और इसमें लोगों का ज्यादा से ज्यादा सहयोग मिलेगा।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री प्रवीण कृष्ण ने कहा कि गौरवी अभियान स्वास्थ्य, गृह और महिला-बाल विकास विभाग की समन्वित पहल है। देश का पहला वन स्टाप क्राइसिस सेंटर जयप्रकाश अस्पताल भोपाल में स्थापित हो रहा है। इसका संचालन स्वास्थ्य विभाग एवं एक्शन एड संस्था द्वारा किया जायेगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री शरद जैन, भोपाल के सांसद श्री आलोक संजर, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री अजय तिर्की, स्वास्थ्य आयुक्त श्री पंकज अग्रवाल, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री लव वर्मा, संचालक स्वास्थ्य श्री राजीव दुबे, श्री फेज अहमद किदवई, संचालक राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।