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सोमवार, जनवरी 02, 2012

"भारत हमसे क्या चाहता है ?"


साभार : NEWS FLASH

भारत से आपकी अपेक्षाएं आम तौर पर आप जब अपने बच्चे के कैरियर को लेकर आपस में चर्चा करतें हैं तब खुला करतीं हैं. किंतु भारत आपसे क्या चाहता है इस बारे में आप की हमारी सोच लगभग अपाहिज है. अपाहिज शब्द का स्तेमाल इस कारण किया क्यों कि हम-आप केवल व्यवस्था के खिलाफ़ खड़े दिखाई देते  हैं.. अपने देश की तुलना अमेरिका यू के , के साथ कर खुद को दीनहीन मानते हैं. उन देशों के आप्रवासियों के ज़रिये आयातित सूचनाओं की बैसाखियां लगाए हुए हम कितने अकिंचन नज़र आते हैं इसका एहसास कीजिये तो ज़रा आप अपने आप को इस सवाल से घिरे पाएंगे कि - "भारत हमसे क्या चाहता है ?"
आपके पास कोई ज़वाब न होगा कारण साफ़ है कि इस एंगल से हम सोच ही कहां रहें हैं.. अचानक आए सवाल के प्रहार से अचकचाना स्वाभाविक है . जी तो भारत आपसे क्या चाहता है.. आप जो भी है नेता अफ़सर व्यापारी अथवा आम आदमी जो भी हैं देखें भारत आपसे कुछ खास नहीं मांग रहा सच तो सोचिये क्या मांग रहा है..?
कुछ सोचा आपने ? कुछ याद आया आपको ?  न तो सुन लीजिये भारत आपसे न तो विश्व के सापेक्ष किसी तरह के कीर्तीमान मांग रहा है. न ही उसे सदनों किसी भी प्रकार के वाद-विवाद आरोप-प्रत्यारोप चाह रहा है अब तो बेचारा चुप हो गया उसे गोया कुछ नहीं चाहिये देखो न ध्यान से देखो वो तो हमसे केवल "ईमानदार-संतान" होने का कौल मांग रहा है.. शायद हम   दें पाएं.. !! 

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