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बुधवार, अक्तूबर 12, 2011

हर जन्मदिन एक नई शुरुआत...

ये आजकल के बच्चे भी बहुत मन मानी करते हैं ..सुनते नहीं है जल्दी ..हाँ..हाँ कह कर बात को टाल देते हैं पर उन्हें नहीं पता कि ..माँ इतनी आसानी से हार नहीं मानती ......
आज करना ही पड़ा----सुनिये केवल राम जी के  विचार उनके जन्मदिन पर उनकी ही आवाज में ...

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