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रविवार, जून 26, 2011

वीरांगनाएं हीं तो हैं सशक्ति करण का सर्वोच्च उदाहरण

एक  बार  फिर  मिला  मौका मुझे माता गुज़री कालेज में बेटियों से सशक्तिकरण के परिपेक्ष्य में संवाद करने का.अधिकांश चेहरे अवाक से देख रहे थे तब जब मैंने बताया कि भारतीय नारियां इतिहास में कभी  भी  कमजोर न थीं वीरांगनाएं हीं तो  हैं सशक्ति करण का सर्वोच्च उदाहरण हमारे पास आत्म चिंतन  के लिये एक समृद्ध इतिहास तो है. झांसी की रानी लक्ष्मी बाई,जबलपुर की रानी दुर्गावति, और डिण्डौरी में शहीद हुई रानी अवंती बाई ने मुगलों एवम अंग्रेजों को छटी का दूध याद दिलाया. क्यों तलाशें हम पश्चिम से सशक्ति करण के तरीके... जो जानना है वो हमारे इतिहास में है तो. 
             

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