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रविवार, अगस्त 29, 2010

एक कविता --शिल्पकार ललीत शर्मा जी की .....मेरे मुख से ................

आज ये कविता ललित शर्मा जी के ब्लॉग से ---जितनी मुश्किल गाने में हुई ,उतनी ही पोस्ट लगाने में भी ......


आदरणीय ललित जी से क्षमा माँगते हुए सुना रही हू क्योकि इसे गाने के लिए थोडा बदलना पडा मुझे .....




इसे पढ़िए यहाँ --------शिल्पकार के मुख से ...

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