15.8.10

मन में हो संकल्प तो सब कुछ संभव है --------

स्वतंत्रता दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं-----------------





 


कुछ बातें खुद से-----
"तुम खुद ही अपने को बंदी बनाए हुए हो,इसलिए तुम्हीं अपने को स्वतंत्र करा सकते हो ,दूसरा कोई नहीं। "

"देश की उपेक्षा "आत्म हनन" का दूसरा नाम है।"

"उस जीवन को नष्ट करने का हमें कोई  अधिकार नहीं, जिसे बनाने की शक्ति हममें न हो ।"

6 टिप्‍पणियां:

شہروز ने कहा…

आज़ादी के बहाने

अंग्रेजों से प्राप्त मुक्ति-पर्व ..मुबारक हो!

समय हो तो एक नज़र यहाँ भी:

आज शहीदों ने तुमको अहले वतन ललकारा : अज़ीमउल्लाह ख़ान जिन्होंने पहला झंडा गीत लिखा http://hamzabaan.blogspot.com/2010/08/blog-post_14.html

M VERMA ने कहा…

वन्दे मातरम !

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

वन्दे मातरम

राज भाटिय़ा ने कहा…

स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बन्दी है आजादी अपनी, छल के कारागारों में।
मैला-पंक समाया है, निर्मल नदियों की धारों में।।
--
मेरी ओर से स्वतन्त्रता-दिवस की
हार्दिक शुभकामनाएँ स्वीकार करें!
--
वन्दे मातरम्!

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

इस गीत को गाना थोड़ा कठिन होता है,
मगर आपने बहुत ही सफाई से गाया है!
--

स्वतन्त्रता-दिवस की
हार्दिक शुभकामनाएँ स्वीकार करें!
--
वन्दे मातरम्!

Wow.....New

विश्व का सबसे खतरनाक बुजुर्ग : जॉर्ज सोरोस

                जॉर्ज सोरोस (जॉर्ज सोरस पर आरोप है कि वह भारत में धार्मिक वैमनस्यता फैलाने में सबसे आगे है इसके लिए उसने कुछ फंड...