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मंगलवार, जुलाई 27, 2010

आहत मन का छलकता गर्व--------------------आप भी महसूस कीजिए-------------------

आज सुनिए------------सतीश जी का ये गीत जो उन्होंने बीस साल पहले लिखा था...............आज भी ताजा- सा लगता है ...........
 १---



 इसे फ़िर सुने ----------------कुछ इस तरह से ........................
२---

 सतीश जी      के बारे में----

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