मन निर्जन प्रदेश

बिना तुम्हारे
मन एक निर्जन
प्रदेश
जहां दूर दूर तक कोई नहीं
बस हमसाया
तुम्हारी यादें और
आवाज़ बस
चलो इसी सहारे
चलता रहूंगा तब तक जब तक कि तुम से
न होगा मिलन
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टिप्पणियाँ

M VERMA ने कहा…
जीजिविषा जीवन की
जीजिविषा मिलन की
समीर भाई एवम ललित भैया को जौहार पहुंचे
कब आ रहे हैं जबलपुर
वर्मा जी का आभार

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