12.12.08

नार्मदेय ब्राहमण समाज खुश है ताजपोशी से



नार्मदीय ब्राह्मण समाज जबलपुर , टिमरनी,हरदा,नागपुर,
के सभी पदाधिकारियों द्वारा श्री शिवराज चौहान को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर १२ दिसम्बर २००८ को शपथ ग्रहण करने पर हर्ष व्यक्त किया है


प्रदेश में मानव विकास की ओर ध्यान देने वाले शिवराज सिंह को

मुख्यमंत्री के पद पर पुन: आसीन करा कर

प्रदेश की जनता ने

उनके कार्य को सम्मानित

किया गया है...

नार्मदीय ब्राह्मण समाज

इस सम्बन्ध में इस समाज की महिलाओं की अपेक्षा कुछ इस तरह रही -"हमारी समाज में बालिका विवाह में दहेज़ न तो लिया जाता है और न ही इस दहेज़ के कारण किसी वधु पर अत्याचार किया जाता । हम चाहतें हैं कि सरकार इस दिशा में कारगर प्रयास करेगी। "

8 टिप्‍पणियां:

महेन्द्र मिश्र ने कहा…

हरदिल अजीज शिव की ताजपोशी से सभी खुश है .

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

आज आकाश का चाँद देखिए

बेनामी ने कहा…

प्रदेश की जनता ने शिवराज के वायदों पर भरोसा करके दोबारा सत्ता सौंपी है । ये ताजपोशी शिवराज के लिए कडी चुनौती है । कांटों भरा ताज धारण कर शिवराज मतदाताओं से किए विकास के वायदे को निभा पाएं ,ऎसी उम्मीद करना चाहिए । वरना सर आंखों पर बैठाने वाले मतदाता धूल चटाने में भी देर नहीं लगते ।

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

मित्र याद होगा
इस देहाती काया को पहली बार भी काँटों का ताज ही मिला था और ये सच है कि इनकी सोच में आभी तक कोई खोट नज़र नहीं आयी
किंतु सत्ता मदभर सकती है ईश्वर इनको "सत्ता-शिवम् सुन्दरम" ही
लगे

राज भाटिय़ा ने कहा…

बहुत खुब.
धन्यवाद

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

"हमारी समाज में बालिका विवाह में दहेज़ न तो लिया जाता है और न ही इस दहेज़ के कारण किसी वधु पर अत्याचार किया जाता ।

आपके इस अनुकरणिय उदाहरण के लिये आपको और समाज को अनेक बधाई और आपके समाज के इस क्रुत्य को दुसरे भी अपने जीवन मे उतारे यही इच्छा है !

सुप्रतिम बनर्जी ने कहा…

आपका हुक्म था... आपके ब्लॉग पर पहुंचा। पढ़ा भी। मेरी बहुत-बहुत शुभकामनाएं। फिर हाज़िर होऊंगा।

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

अरे सर
शुभ प्रात:
मेरा हुक्म नहीं अनुरोध था
शुक्रिया जी

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में। शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर

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