मेरे प्रयास को सराहने केलिए मै आप सभी श्रोताओं की आभारी हूँ.....आगे भी सहयोग मिलता रहेगा इसी कामना के साथ .............आपके सुझावों का स्वागत है.........
आज प्रस्तुत है................
|
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री जी की इस रचना को आप यहाँ पढ सकते हैं.................
http://uchcharan.blogspot.com/
9 टिप्पणियां:
अच्छा रहा ....
अर्चना चावजी का स्वर और शास्त्री जी के शब्द का संयोजन काफी सुन्दर बन पड़ा है.
साधुवाद इस प्रयास के लिये
आपकी आवाज़ ने कविता को और भी सजा-संवार दिया...
गीत और गायकी दोनों ही श्रेष्ठ, बधाई।
lajwaab
अर्चना जी
सुखद सुबह के साथ मदुर पाडकास्ट वाह क्या बात है !
आभार
पसंद आया
अर्चना जी की आवाज में सुनना सुखद रहा!
ीअर्चना जी की आवाज मे जादू है त मंयक जी की कलम मे दोनो का संयोजन बहुत अच्छा लगा ।अभार्
अर्चना चावजी के मधुर स्वर में अपना गीत सुनना अच्छा लगा!
एक टिप्पणी भेजें