पूज्य एवं प्रियवर होली हंगामा पॉडकास्ट भाग एक में हार्दिक स्वागत है
इस भाग में आप मिलिए शरद कोकस,संगीता पुरी,अविनाश वाचस्पति,अनिता कुमार, दीपक मशाल जी से
और कल रात्रि अजय झा , शहरोज़, और रानी विशाल जी से,
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Wow.....New
धर्म और संप्रदाय
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12 टिप्पणियां:
सबसे मिलकर बहुत ही अच्छा लगा .. और अंत में दीपक जी की कविताओं ने तो दिल खुश कर दिया !!
होली के इस पवन पर्व पर आपने बहुत अच्छा काम किया है.. सारे लोगों को एक साथ लाके एक भिन्न मंच तैयार करके.. बाकी सब को पहले भी सुन रखा है मगर अनीता मैम की आवाज़ पहली बार सुनने को मिली.... कुल मिला कर आनंद आया और भरोसा हो गया कि होली पर अपने आप को अकेला नहीं महसूस करूंगा.. आप सब साथ होंगे.. दिल से भी और आवाज़ से भी.. :)
जय हिंद... जय बुंदेलखंड...
वाह बहुत सुन्दर योजना है.
कई लोगों की आवाज सुनकर बहुत अच्छा लगा.
जीजा साला की वार्ता से शुरूआत अच्छी लगी।
मजा आया सबकी तैयारी देख कर...दीपक के कविता पठन 'लन्दन वाले कपड़े अब खादी हो गये हैं' ने आनन्द दिया. बहुत उम्दा प्रयास.
वाह वाह फ़ागुन का रंग चढ़ने लगा है, होली पर सबको सुनकर अच्छा लगा है, वैसे गिरिशजी हम और भांग....:)
Bahut bhadiya raha yah sunsh...sabako sun accha laga!
Aabhaar
http://kavyamanjusha.blogspot.com/
संगीता पुरी @ शुक्रिया
दीपक भाई है ही नायाब हीरा
दीपक 'मशाल' @ अनिता जी वाकई गंभीर विचारक हैं .
एम वर्मा जी @ बस एक इयर फोन ज़रूरी है
Suman @ नाइस
कुलवंत हैप्पी @..
जीजा साला की वार्ता की तारीफ़ का शुक्रिया
समीर भाई @
एकाध बार हो जाए मोदी वाडे में
विवेक रस्तोगी जी @
उज्जैन/मालवा की संस्कृति का ज्ञान है
रानी विशाल @ शुक्रिया
गिरीश जी पॉडकास्ट सुनना बहु्त अच्छा लगा। शरद जी के अनुभव और मेरे बचपन की होली की यादें एक जैसी हैं ये जान कर अच्छा लगा।
wah bahut sundar ..maja aaya.
वाह...सबको एक साथ सुन कर आनंद आ गया
बहुत अच्छा लगा सब को सुन कर दीपक वाकई हीरा है ।उसे बहुत बहुत आशीर्वाद। धन्यवाद आपका
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