*मान्यवर एवम महोदया*
आपका एक एक शब्द विनम्रता और महानता का सूचक बन गया है। आप सब मेरे जीवन के लिए आईकॉनिक व्यक्तियों की तरह ही हैं ।
सभी तीर्थंकरों को नमन करते हुए उत्तम क्षमा पर्व पर्यूषण पर्व एवं बुद्धि विनायक गणेश विसर्जन पर्व पर आप सबको को शत-शत नमन करता हूं ।
मुझसे जाने अनजाने में अगर कोई ऐसी अभिव्यक्ति हो गई हो जो आपके सम्मान और मानसिक भाव के लिए अनुचित हो इसलिए मैं बिना किसी संकोच क्षमा प्रार्थी हूं .
*गिरीश बिल्लोरे मुकुल*
संचालक बालभवन जबलपुर