9.11.19

आप शांति दूत हैं : हिंदुस्तान महफूज रहेगा

हिंदुस्तान की तासीर है कि वह विश्व में खुद को एक ऐसी जम्हूरियत के तौर पर पेश करें जहां बस अमन हो बेशक अमन पसंद लोगों का वतन इस बार भी अपनी वही छवि और लोगों के सामने पेश करेगा जो इलाहाबाद हाईकोर्ट के पहले और बाद में पेश हुई थी । विश्व के बहुत सारे देश और हर हिंदुस्तान को समझने वाला इंसान स्तब्ध है कि कल क्या होगा । दोस्तों कल और कल के बाद हिंदुस्तान हिंदुस्तान रहेगा जैसा हिंदुस्तान था । इसमें कोई शक नहीं कि सैकड़ों वर्षा से तिरंगे की शान बरकरार है बरकरार रहेगी यह हिंदुस्तान की हवाओं की तासीर है । कल जो फैसला आना है आने दीजिए हम पूरे सम्मान के साथ उस फैसले को स्वीकार करेंगे । हमारी नस्लें आने वाले फैसले को और उसके बाद की परिस्थितियों को स्वीकार स्वीकारेंगी । आशावादी हूं पूरा हिंदुस्तान एक रहेगा सुप्रीम कोर्ट कल यानी 9 नवंबर 2019 को जो फैसला देगा उसका असर भी पॉजिटिव ही होगा । यह अलग बात है कि लोग जो सवाल उठाने के आदी हैं वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आते परंतु जब देश के जम्हूरियत और अमन पसंद लोग जिनकी संख्या सबसे ज्यादा है जरूर ऐसी ताकतों के खिलाफ एकजुट होंगे और समाज की देश की आंतरिक एकता को मजबूत बना देंगे
। उन जम्हूरियत पसंद अमन पसंद लोगों में आप शामिल है राष्ट्रीय हित में कल और आने वाले दौर को खुशनुमा बनाएं ।
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः,
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःख भाग्भवेत्।
ॐ शांतिः शांतिः शांतिः

कोई टिप्पणी नहीं:

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में। शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर

Wow.....New

अलबरूनी का भारत : समीक्षा

   " अलबरूनी का भारत" गिरीश बिल्लौरे मुकुल लेखक एवम टिप्पणीकार भारत के प्राचीनतम  इतिहास को समझने के लिए  हमें प...

मिसफिट : हिंदी के श्रेष्ठ ब्लॉगस में