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रविवार, जनवरी 12, 2014

“दुनिया एवं बघाड़ : जहां मेरा जाना असम्भव है..!!”


उमरिया जिले से सटे डिंडोरी जिले के गांव दुनिया एवं बघाड़ जहां मेरा जाना असम्भव है..!!” सीधी पर्वतीय राह से होकर पहुंचते हैं इन गांवों में . बहुत सोचा मन भी यही कह रहा था कि कलेक्टर श्रीमति छवि भारद्वाज  के नेतृत्व में  दुनिया एवं बघाड़ जाने वाली टीम के साथ मैं भी जाऊं . किंतु सहकर्मियों के आग्रह पर मैने वहां न जाने का निर्णय लिया. सो आनन-फ़ानन सारी तैयारियां की गईं . एक टीम को (जिसमें श्रीमति उर्मिला जंघेला , श्रीमति केतकी परस्ते एवम श्रीमति कौतिका धारणे मार्गदर्शन के लिये हमारे चौकीदार श्री धनीराम जिन्हैं सब दादा  से संबोधित करता हैं  के अलावा सशक्तिकरण विंग से  प्रोबेशनरी आफ़िसर श्री प्रकाश नारायण यादव एवम प्रोटेक्शन आफ़िसर श्री अशोक परमार ) भेजा .टीम अपने साथ थी आय वाई सी एफ़ की पुस्तिका की प्रतियां जो यूनिसेफ़ एवम बी.पी.एन.आई. का संयुक्त प्रयास है. ऊषा-किरण, मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना के आवेदनों का प्रारूप, कुछ प्रोटीन पावडर के डब्बे, ला्डली-लक्ष्मी आवेदन प्रपत्र .    
      पहाड़ियों से घिरे इन  गॉवों तक पहुंचना भले ही दुर्गम हो परंतु प्राकृतिक सौंदर्य किसी पिकनिक स्पाट से कम तर नहीं है.  कल-कल बहती जोहिला नदीमैदानी इलाके से करीब 1200 फुट नीचे बसे गॉव दुनिया एवं बघाड के पहाड़ियों का दुर्गम एवं टेढ़ी-मेढ़ी रास्तों का पैदल सफर करके कलेक्टर श्रीमति छवि भारद्वाज गॉवदुनिया एवं बघाड़ में जाकर शासन की योजनाओं की हकीकत को देखा इस कठिन सफर में वन विभाग का फारेस्ट गार्ड एवं दरोगा साथ में थे 
पूरा आलेख यहां देखें वनिता चेतना http://vanitachetna.blogspot.in/2014/01/blog-post.html 

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