२४ दिसम्बर १९९७ से निरंतर जारी श्री हीरालाल गुप्त “मधुकर” स्मृति समारोह का आयोजन हीरालाल गुप्त “मधुकर” स्मृति समिति एवम सव्यसाची कला ग्रुप के तत्वावधान में ड्रीमलैण्ड फ़नपार्क जबलपुर में दिनांक २४ दिसम्बर २०१२ को आयोजित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता एवं पूर्व उप महाधिवक्ता उच्च न्यायालय मध्यप्रदेश श्री आदर्श मुनि त्रिवेदीजी ने की जबकि मुख्य अतिथि के रूप में श्री कृष्ण कान्त चतुर्वेदी पूर्व निदेशक कालिदास अकादमी ,मध्य प्रदेश उपस्थित थे. 15 वर्ष पूर्व प्रारम्भ किये गए "स्वर्गीय हीरा लाल गुप्त स्मृति पत्रकारिता सम्मान " से इस वर्ष वरिष्ठ पत्रकार श्री चैतन्य भट्ट को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में प्रो. एच. बी. पालन,विनोद शलभ, यशोवर्धन पाठक, इरफ़ान झांस्वी, डा. अजित वर्मा, श्री महेश मेहदेले, संजय पारे, अरुण टेमले सहित बड़ी संख्या में साहित्यिक सांस्कृतिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, साहित्यकार, पत्रकार उपस्थित थे. सव्यसाची स्वर्गीया श्रीमती प्रमिला बिल्लोरे स्मृति सम्मान से इस बार संस्कारधानी जबलपुर ही नहीं मध्य प्रदेश के जाने माने उद्घोषक, राष्ट्र स्तरीय सामाजिक पत्रिका "सनाढ्य संगम" के यशस्वी संपादक , साहित्यकार श्री राजेश पाठक "प्रवीण" को नवाजा
संस्का रधानी की भावना के अनुरूप इस कार्यक्रम में हम स्वर्गीय रामेश्वर गुरु जी को भी स्मरण किया जाना इस कार्यक्रम की की विशेषता थी.स्व. श्री गुरु के दामाद श्री श्याम बिहारी चतुर्वेदी ने स्व. रामेश्वर गुरु जी व्यक्तित्व पर विचार व्यक्त किये.
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कार्यक्रम के आरम्भ में दिवंगत मां सव्यसाची प्रमिला देवी बिल्लोरे एवम स्वर्गीय हीरालाल गुप्त मधुकर जी के चित्रों पर पुष्पांजली अतिथियों एवम उपस्थित व्यक्तियों द्वारा किया .
कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ट पत्रकार मोहन“शशि” की अभिव्यक्ति से हुई जिन्हौने जबलपुर में स्व. हीरालल गुप्ता जी की समकालीन पत्रकारिता में पवित्रता, सादगी, व्यापक विचारशीलता को रेखांकित किया.
इस अवसर पर सृजन सम्मान से सम्मानित श्री अमरेंद्र नारायण पूर्व सेक्रेट्री जनरल एसिया पेसिफ़िक टेक्नोकम्यूनिटि ने कहा –“बरसों देसी-विदेशी भूमि पर सेवा देने के बाद मुझे जबलपुर में वापसी को जबलपुर ने जिस तरह स्वीकारा है उसे उससे स्पष्ट हो जाता है कि जबलपुर वास्तव में अपने संस्कारधानी नाम के अनुरूप संस्कारवान है और रहेगी भी”
स्व. श्री हीरालाल गुप्त “मधुकर” स्मृति पत्रकारि ता सम्मान से समादरित श्री चैतन्य भट्ट ने प्राप्त सम्मान को गरिमामय सम्मान निरूपित करते हुए कहा कि – “अदभुत चरित्र के धनी थे स्व. गुप्त जी उनका सानिध्य मात्र से सादगी और सच्चरित्र होना स्वभाविक था. ”
अध्यक्षीय उदबोधन में श्री आदर्श मुनि त्रिवेदी ने कहा-“संस्कारवान पीढ़ी्यां ही अपने पूर्वजों की स्मृतियां अक्षुण्य रखतीं हैं. जबलपुर की तासीर भी यही है. इस तरह के आयोजनों से उन आदर्शों
की प्राण-प्रतिष्ठा को कायम किया जा सकता जो सामाजिक समरसता को जीवित रखते हैं.
मां सव्यसाची प्रमिला देवी बिल्लोरे स्मृति सम्मान से सम्मानित श्री राजेश पाठक”प्रवीण” ने कहा- “मेरे जीवन का मार्मिक क्षण है जबकि मुझे मेरी मां का स्नेह मिल रहा है.”
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत श्री सतीष बिल्लोरे, श्री अरविंद गुप्ता डा. विजय तिवारी किसलय, बसंत मिश्रा, राजीव गुप्ता,श्री राजकुमार अग्रवाल , ने किया. कार्यक्रम का संचालन गिरीश बिल्लोरे ने तथा आभार अभिव्यक्ति श्री विजय तिवारी द्वारा की गई