8.9.12

गुरप्रीत पाबला नहीं रहे


श्री बी.एस.पाबला जी के सुपुत्र चिंरंजीव गुरप्रीत सिंह पाबला का आकस्मिक नि:धन के समाचार से जबलपुर के ब्लागर्स बेहद दुखी है .........स्तब्ध हैं ..................
              दिवंगत आत्मा की शांति के लिये ईश्वर से विनत प्रार्थना के साथ पाबला परिवार को इस अपूरणीय क्षति से व्युत्पन्न पीढ़ा को सहने की शक्ति प्रार्थना है.  

9 टिप्‍पणियां:

Rahul Singh ने कहा…

हृदय विदारक. हार्दिक संवेदनाएं.

भारतीय नागरिक - Indian Citizen ने कहा…

यह सब कैसे हो गया. कैसा दारुण दुःख दिया विधना ने. ईश्वर शोक सहन करने की शक्ति दे पाबला जी को.

Smart Indian ने कहा…

दर्दनाक खबर है! मेरी संवेदनायें!

संजय @ मो सम कौन... ने कहा…

दुखद समाचार| ईश्वर से प्रार्थना है कि दुःख की इस घड़ी में पाबला परिवार को धैर्य प्रदान करें|

रवीन्द्र प्रभात ने कहा…

यह अत्यंत हृदय विदारक है, असीम पीड़ा की इस घड़ी को सहन करने की उन्हें शक्ति मिले,हार्दिक संवेदनाएं।

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

आदरणीय पाबला जी के ही लिए नहीं अपितु पूरे हिन्दी ब्लॉगजगत के लिए यह बहुत ही दुखद और हृदयविदारक समाचार है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को सदगति और शान्ति प्रदान करें और शोकाकुल परिवार को इस वज्र दुःख को सहने की शक्ति दे। इस दुख की घड़ी में हम भी पाबला जी के साथ सहभागी हैं।

संध्या शर्मा ने कहा…

उनके दुःख को कम नहीं किया जा सकता सिर्फ प्रार्थना करने के सिवा कुछ नहीं है हम सबके हाथ ईश्वर शोक सहन करने की शक्ति दे पाबला जी को

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

दारुण दुख ईश्‍वर इसे सहने की शक्ति प्रदान करें।

दीपक बाबा ने कहा…

इश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दे.

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में। शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर

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