21.12.11

मेरी कविता - मेरी आवाज

पिछले दिनों बेटे ने ये करवाया मुझसे .....कहता है कभी खुद का भी पढ़ो....तो ये पॉडकस्ट उसी का नतीजा है...अब सुनिये.....
मेरी कविता -- मेरी आवाज में

7 टिप्‍पणियां:

ghughutibasuti ने कहा…

वाह!
घुघूतीबासूती

संध्या शर्मा ने कहा…

bahut sundar kavita aur utni hi sundar aapki aawaz...

Sunil Kumar ने कहा…

यह है असली सृजन जबस्दस्त बधाई

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

वाह अर्चना जी वाह

भारतीय नागरिक - Indian Citizen ने कहा…

बहुत अच्छी लगी. बार बार सुनने लायक...

Archana Chaoji ने कहा…

आप सभी का शुक्रिया !!!आभार समय देकर सुनने के लिए...

Smart Indian ने कहा…

दुखद सत्य, सार्थक कविता, मधुर पाठ!

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में। शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर

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