21.4.11

शरद कोकास एक जिद्दी व्यक्ति

साभार : शब्दों का सफ़र से

"शरद कोकास" ----एक सराहनीय और मिलाजुला प्रयास.......शरद कोकास एक जिद्दी व्यक्ति का नाम है.जी हाँ वह शरद कोकास एक जिद्दी जो की  कविता कोष में इस तरह से शामिल है
 

7 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

एक एक करके सुनते हैं...आभार.

निर्मला कपिला ने कहा…

सुनते हैं शरद जी को शुभकामनायें।

भारतीय नागरिक - Indian Citizen ने कहा…

बिना सुने रह कहां पायेंगे..

Dr (Miss) Sharad Singh ने कहा…

शानदार कविताएं हैं...

शरद कोकास ने कहा…

गिरीश भैया .... हम सब समझते हैं ...। उड़ा लो मजाक ..आपका हक़ बनता है । खैर जल्दी ही यानि 15 दिनो बाद जबलपुर पहुंच रहे हैं अब आपकी शिकायत दूर हो जायेगी । शेष बातें फोन पर करते हैं कल ।
और अर्चना जी के लिये क्या कहें .. उनका स्नेह अद्भुत है । इस नवरात्र पर कविताओं पर जो मेहनत उन्होंने की है वह सराहनीय है । मैंने उन्हे लिखा है कि आभार के लिये शब्द नहीं हैं मेरे पास । यह आप सभी पाठकों और मित्रों का प्रेम है ।

Archana Chaoji ने कहा…

समीर जी,निर्मला जी,भारतीय भाई-अब तक सुन चुके होंगे...शुक्रिया.
डॉ. शरद-- सच में शानदार..
आदरणीय शरद जी- शब्द तो मेरे पास भी नहीं हैं,...ये सम्मिलित प्रयास है,मुझे एक मौका दिया आपने...एक कोशिश मैनें भी की है --
यह सभी पाठकों,मित्रों के साथ ही श्रोताओं का प्रेम है...आभार...

रश्मि प्रभा... ने कहा…

mithi awaaz santulit swar aur behtareen rachnayen

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में। शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर

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