10.12.10

माचिस की तीली के ऊपर बिटिया की से पलती आग

Landmann 28335 Big Sky Stars & Moons Fire Pit, Georgia Clay, 12.5-inches deepमाचिस की तीली के ऊपर बिटिया की से पलती आग
यौवन की दहलीज़ को पाके बनती संज्ञा जलती आग .
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एक शहर एक दावानल ने निगला नाते चूर हुए
मिलने वाले दिल बेबस थे अगुओं से मज़बूर हुए
झुलसा नगर खाक हुए दिल रोयाँ रोयाँ छलकी आग !
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युगदृष्टा से पूछ बावरे, पल-परिणाम युगों ने भोगा
महारथी भी बाद युद्ध के शोक हीन कहाँ तक होगा
Landmann USA 28925 Ball of Fire Outdoor Fireplaceहाँ अशोक भी शोकमग्न था,बुद्धं शरणम हलकी आग !
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सुनो सियासी हथकंडे सब, जान रहे पहचान रहे
इतना मत करना धरती पे , ज़िंदा न-ईमान रहे !
अपने दिल में बस इस भय की सुनो ‘सियासी-पलती आग ?
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तुमने मेरे मन में बस के , जीवन को इक मोड़ दिया.
मेरा नाता चुभन तपन से , अनजाने ही जोड़ दिया
तुलना कुंठा वृत्ति धाय से, इर्षा पलती बनती आग !
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रेत भरी चलनी में उसने,चला सपन का महल बनाने
अंजुरी भर तालाब हाथ ले,कोशिश देखो कँवल उगा लें
दोष ज़हाँ पर डाल रही अंगुली आज उगलती आग !!
गिरीश बिल्लोरे मुकुल
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अब सुनिये  एक गीत

   सादर
   अर्चना-चावजी

10 टिप्‍पणियां:

सुरेन्द्र सिंह " झंझट " ने कहा…

achchhi rachna..
geet ka antim band bahut sunder..

सदा ने कहा…

गहन भावों के साथ बेहतरीन प्रस्‍तुति ....।

केवल राम ने कहा…

रेत भरी चलनी में उसने,चला सपन का महल बनाने
अंजुरी भर तालाब हाथ ले,कोशिश देखो कँवल उगा लें
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बहुत सुंदर ...........शुक्रिया

महेन्‍द्र वर्मा ने कहा…

सुनो सियासी हथकंडे सब, जान रहे पहचान रहे
इतना मत करना धरती पे, ज़िंदा न ईमान रहे

प्रेरणादायी पंक्तियां
...बहुत सुंदर गीत, बधाई।

Darshan Lal Baweja ने कहा…

vaah ji

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

गंभीरता लिए सुंदर भावाभिव्यक्ति ......

भारतीय नागरिक - Indian Citizen ने कहा…

सियासी हथकंडे सब, जान रहे पहचान रहे
इतना मत करना धरती पे, ज़िंदा न ईमान रहे..
बढ़िया....

शिवम् मिश्रा ने कहा…


बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !

आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।

आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें

Creative Manch ने कहा…

बहुत खूब!
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क्रिएटिव मंच आप को हमारे नए आयोजन
'सी.एम.ऑडियो क्विज़' में भाग लेने के लिए
आमंत्रित करता है.
यह आयोजन कल रविवार, 12 दिसंबर, प्रातः 10 बजे से शुरू हो रहा है .
आप का सहयोग हमारा उत्साह वर्धन करेगा.
आभार

Swarajya karun ने कहा…

दिल की गहराइयों को छू लेने वाली इस गंभीर ,संवेदनशील रचना के सुंदर प्रस्तुतिकरण के लिए आभार और बधाई.

Wow.....New

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