22.11.10

मेरी ब्लाग पर कमाई शुरु

भगवान जाने सही है कि नहीं पर कुछ तो है जो हो रहा है. मुझे सही लगा सो सुझा रहा हूं. इस वेब साईट पर तुरंत लाग इन कीजिये आज  दोपहर से साईट पर शामिल होने के बाद आज ही मेरी आय लागिन बोनस 3 डालर के बाद वर्तमान में 3.15 डालर हो गई है . डालर्स की ज़रुरत किसे नहीं है . किंतु तरीके सही क्या हों कमाने के उपलब्ध वेब साइट्स पर जो तरीके सुझाए जा रहे थे इन पर कितना भरोसा किया जाए यह सोचरहा हूँ..?


आपके खाते  में  डालर्स   200 डालर की कमाई के बाद ही मिल सकतें हैं . यानी कुल मिला कर गूगल बाबा से दुगना समय
वेब साईट का नाम है  www.bux4ad.com खुद को www.bux4ad.com   शामिल करने के पहले  देखिये कि क्या इन पर भरोसा किया जा सकता है.

17 टिप्‍पणियां:

भारतीय नागरिक - Indian Citizen ने कहा…

मुबारकां

P.N. Subramanian ने कहा…

लालच बुरी चीज़ है.

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

jee sahee hai

बेनामी ने कहा…

mujhe yaqeen nahee

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

o k
par try karane men kya harz hai

POOJA... ने कहा…

thank you for such info...

राम त्यागी ने कहा…

आपके पेज का बुरा हाल है ad से ...छोड़ दीजिए

बाल भवन जबलपुर ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
बाल भवन जबलपुर ने कहा…

राम भैया सही बोले
यही तो कहे जा रहा हूं
हम अखबारों क तरह
नही हो सकते
बस एक पोस्ट लिख दी

नेट-न्यूज़ ने कहा…

इससे तो बेहतर है आप ब्लागिंग न करें

विधुल्लता ने कहा…

good

Unknown ने कहा…

गिरीश जी, छत्तीसगढ़ी में एक लोकोक्ति है "कब बबा मरही तो कब बरा खाबो" याने कि पता नहीं कब दादा मरेंगे और बड़ा खाने को मिलेगा। इसी प्रकार से न जाने कब $200 होंगे और हमारे पास पहुँचेंगे। नेट ऐसे साइट्स से भरा पड़ा है और हम भी इस चक्कर में बहुत बार फँसे हैं, पर डालर कभी देखने को भी नहीं मिले। ऐसी साइट्स आपके $200 पूरा होने तक प्रायः बंद हो जाती हैं।

Udan Tashtari ने कहा…

पार्टी कब दे रहे हो?? :)

Gyan Dutt Pandey ने कहा…

वाह!
कब बबा मरही तो कब बरा खाबो!!! :)

समयचक्र ने कहा…

अरे आप कहाँ उलझ गए ....
पार्टी कब दे रहे हो??
कब बबा मरही तो कब बरा खाबो!!!

समयचक्र ने कहा…

आप भी अनिंग के लिए नए नए तरीके खोज लेते हैं .... सब बेकार है महज माथापच्ची है ...

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

अवधिया जी
सच कहा आपने
बबा को मरन औ बरा कै नजीकी रिश्ता ह्वै .
एक्र पुष्टि सभी कर रहें हैं
पर अवधिया जी वो फ़ार्मूला बताइये जिससे कमाई होती है
मिश्रा जी तरीके खोजे इस लिये हैं ताकि सही बात से सभी अवगत हो जावें.कमाई मेरा कोई उद्द्येश्य नहीं बस इस बात की पड़ताल करर्नी थी कि् सचाई क्या है. वैसे सचाई तो लगभग जानता था.

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