11.8.10

मिस ----- कर रहे है न आप भी - रश्मि रविजा जी को ?

रश्मि रविजा जी -------------बता कर गई है -एक हफ़्ते के लिए मुम्बई से बाहर ,पर जाने से पहले हमें भी घुमा लाई -- नेशनल पार्क सुनते हुए देखियेगा भी उनके ब्लॉग पर क्यों कि फोटो वहाँ है --------------

(पोस्ट करने से पहले रविजा जी से अनुमति न ले पाने का अफ़सोस है, क्यों कि वे जा चुकी थी । अत: क्षमा मांगती हूं।)

8 टिप्‍पणियां:

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

बहुत बढिया-समाचार

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

रस्मि रविजा जी की सुखद यात्र की कामना करता हूँ!

Satish Saxena ने कहा…

शुभकामनायें रश्मिजी और अर्चना जी को !

निर्मला कपिला ने कहा…

कल उनके ब्लाग पर मिल आये थे। आभार।

संजय भास्‍कर ने कहा…

बहुत बढिया-समाचार

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

बेशक...!!
रवीजा जी गज़ब लिखतीं हैं भई
आपने भी तो कमाल कर दिया यहां

दीपक 'मशाल' ने कहा…

नेट की समस्या है सुन नहीं पा रहा.. रश्मि दी और आपको शुभकामनाएं आभार सहित..

GGShaikh ने कहा…

एक अच्छी पोस्ट...concept भी नया-नया सा...
अर्चना जी की आवाज़ भी मधुर मीठी व एक ताज़ा कशिश
लिए...
पोस्ट की तारीख है 11 अगस्त बुधवार यानी पुरानी पोस्ट.
ओके - पोस्ट पसंद आई इस नए अंदाज़ वाली...और
'महिमा' रश्मि रविजा जी की भी जानी...

अच्छे दोस्त क्या-क्या कर सकते है ! सो रश्मि जी दोस्तों
की कदर कि जिये... :)

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में। शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर

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