13.6.10

ब्लॉग पोस्ट---------------------------------फ़िरदौस खान

नमस्ते............आज एक नया प्रयास है ..........कुछ कहने से बेहतर होगा.................सुनना..........


     Get this widget |     Track details  |         eSnips Social DNA   

इसे यहाँ पढे.........

18 टिप्‍पणियां:

दिलीप ने कहा…

achcha prayaas...poori tarah safal...maine ye blog padha nahi par aapki wajah se jaankaari mil gayi...

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

एक ज़बर्दस्त असर कारक और प्रभावी पाडकास्ट फ़िर्दौस जी के उस आलेख का लिंक भी दिया जाता तो उत्तम होता

संजय @ मो सम कौन... ने कहा…

बहुत अच्छी प्रस्तुति रही, सुखद जानकारी हुई। ऐसी बातों का प्रचार होना ही चाहिये।
आभार।

Archana Chaoji ने कहा…

@दिलीप....कई बार पहले श्रोता बने हो....धन्यवाद
@गिरीश जी लिन्क दे दिया है.....चूक की ओर ध्यान दिलाने का शुक्रिया.........

Archana Chaoji ने कहा…

माफ़ किजियेगा गिरीश जी के आदेश से ही ये कार्य किया है मैने बताना भूल गई थी .......

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

अर्चना जी
आदेश वादेश कुछ नही
हमें तो अच्छा कार्य करना है न

कहत कबीरा-सुन भई साधो ने कहा…

आपका कार्य अत्यंत सराहनीय है. वर्तमान में ऐसी चीजों की बहुत आवश्यकता है. इसके लिए आपको कोटि-कोटि नमन

स्वप्न मञ्जूषा ने कहा…

bahut hi acchi prastuti...yah jaankaari swagat yogy hai...ise batane ke liye aapka dhywaad..

बी एन शर्मा ने कहा…

खुदा के घर दौनों हैं ,काबा भी बुतखाना भी
मेहराब अली दौनों हैं,पंडित भी मौलाना भी

बी एन शर्मा ने कहा…

खुदा के घर दौनों हैं ,काबा भी बुतखाना भी
मेहराब अली दौनों हैं,पंडित भी मौलाना भी

M VERMA ने कहा…

आदर्श स्थिति

दीपक 'मशाल' ने कहा…

अच्छी रही प्रस्तुति..

vedvyathit ने कहा…

achchhai ko swikar krna hi chahiye
dr. ved vyathit

सच का बोलबाला, झूठ का मुँह काला ने कहा…

सराहनीय प्रयास

aarya ने कहा…

बहुत खूब !
इस सराहनीय प्रयास के लिए धन्यवाद |
रत्नेश त्रिपाठी

सरफ़राज़ ख़ान ने कहा…

आपका कार्य अत्यंत सराहनीय है.इस सराहनीय प्रयास के लिए धन्यवाद.

Taarkeshwar Giri ने कहा…

Bahut hi sarahniya prayas hai apka.

फ़िरदौस ख़ान ने कहा…

अर्चना जी, आपकी आवाज़ बहुत दिलकश है...
आपने तो पोस्ट में जान डाल दी...
आभार...

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में। शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर

Wow.....New

अलबरूनी का भारत : समीक्षा

   " अलबरूनी का भारत" गिरीश बिल्लौरे मुकुल लेखक एवम टिप्पणीकार भारत के प्राचीनतम  इतिहास को समझने के लिए  हमें प...

मिसफिट : हिंदी के श्रेष्ठ ब्लॉगस में