सिर्फ़ अपनी माता को ही सम्मान

जी हां मातृ दिवस पर आप सभी के बीच एक विचार बांटना चाहता हूं कि हम संकल्प लें कि सिर्फ़ अपनी माता को ही सम्मान दें अन्य किसी की  माता के प्रति गुस्से में भी कोई अपशब्द न कहें और न ही कहने दें यही देखतें हैं हम अक्सर  अक्सर आप सब भी देखते ही होंगे सुनते भी होंगे आप से अनुरोध है कि मातृ दिवस पर हरेक माता का सम्मान बनाने में हम क्रिया रूप में भी आगे आयें. अक्सर देखा गया कि चन्द सिक्को के पीछे सोनो ग्राफ़ी कर भ्रूण को जन्म लेने से रोकते हैं एक मां को ......जो ऐसा करते कराते हैं ऐसे लोगों को छोड़कर  और जो किसी भी अन्य की माता का सम्मान नहीं करते उनको भी छोड़ कर सभी को मातृ दिवस की बधाईयां

टिप्पणियाँ

M VERMA ने कहा…
सार्थक बात
माँ तो माँ है क्या मेरी क्या तेरी
दीपक 'मशाल' ने कहा…
doosri pankti me shayad aap kuchh shabd jodna bhool gaye ya main hi samajh nahin pa raha hoon sir.. dekhiye jara..
sirf apni mata ko hi samman na den balki auron ki mataon ka bhi..... ki tarah kuchh tha kya?
राज भाटिय़ा ने कहा…
जो दुसरो की मां का सम्मान नही करते,जो अपने बुढे मां बाप की इज्जत नही करते, उन्हे घर से निकाल बाहर करते है, खाना नही देते,मार पीट करते है, जो मांये जन्म लेने से पहले ही क्न्या को मार देती है, ओर फ़िगर के चक्कर मै बच्चो की उचित देख भाल नही करती, अपनी ऎश के लिये बच्चो का जीना बेकार कर देती है इन सब को छोड कर.....
हर्षिता ने कहा…
सही कहा आपने किसी की भी मां को सम्मान देना उचित है।

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