3.4.10

श्रीराम चौरे जी का निधन

मेरे नाना जी सदाचार  की प्रतिमा  उच्च-न्यायालय,मध्य-प्रदेश सेवा निवृत अतिरिक्त रजिस्ट्रार सत्य साई सेवा समिति के संस्थापक सदस्य, नार्मदीय-ब्राह्मण-समाज के वरिष्ठ नागरिक  एवम श्री राजेन्द्र चौरे श्री विजय चौरे के पिता वयोवृद्ध श्री श्रीराम चौरे का दु:खद निधन 90 वर्ष की आयु में नागपुर में हुआ. आज इस महामना को अंतिम विदा देने प्रस्थान कर रहा हूं 

                                           

7 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

श्रृद्धांजलि!! ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे!! ॐ शांति!!

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

भाव भीनी श्रद्धांजलि,
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

विनम्र श्रद्धांजलि।

Unknown ने कहा…

भगवान उन्‍हें शांति प्रदान कर आप परिजनों को इस दुख को सहने की क्षमता प्रदान करे, विनम्र श्रद्धांजलि

संजय भास्‍कर ने कहा…

ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।

Gautam RK ने कहा…

नाना जी को हमारी अश्रुपूरित श्रृद्धांजलि!! भगवान् उन्हें अनत भवन प्रदान करें!!



"राम"

समयचक्र ने कहा…

जानकर बहुत दुःख हुआ ... नाना जी चौरे जी के निधन पर विनम्र श्रद्धांजलि . ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में। शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर

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