6.2.10

गत्यात्मक ज्योतिष की प्रवर्तक श्रीमती संगीता पुरी जी की भविष्यवाणी सही हुई

सुधि श्रोता गण
सादर-अभिवादन
पोडकास्ट साक्षात्कार के दूसरे भाग में संगीता पुरी जी ने ज्योतिष को विज्ञान  कहने में कहीं कोई कमीं नहीं छोड़ी. किन कारणों से ज्योतिष को विज्ञान की सहमति न मिल सकी यह भी बताया है. साथ ही  उनके द्वारा मेरे  जन्म से लेकर अब तक के उतार चढ़ाव को भी प्रेषित किया जो 90 प्रतिशत सही पाए गए {देखिये ग्राफ एक एवं दो }

बावरे-फकीरा पर प्रसारित  उनसे लिए  साक्षात्कार भाग एक को सुनने भाग-एक पर क्लिक कीजिये  मिसफिट ब्लॉग पर पहुँच कर तथा   भाग-दो सुनने के लिए  यहाँ चटके का इंतज़ार है. इस प्रयोग को जारी रखने आपका सहयोग अपेक्षित है .आज की चर्चा सुनकर आपको  ज्ञात  कि मौसम संबंधी भविष्यवाणी पूर्णत: सही साबित हुई है



संगीता पुरी जी
 
                                                                                                                ग्राफ एक 


                                                                                                      ग्राफ दो 
 

___________________________________________________
सेकण्ड कापी 

13 टिप्‍पणियां:

दीपक 'मशाल' ने कहा…

सुन्दर प्रस्तुति... कहीं ना कहीं ज्योतिष में कुछ तो सच्चाई होगी
प्रेम
जय हिंद... जय बुंदेलखंड

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

Sukriya mashal bhai

Udan Tashtari ने कहा…

बधाई हो संगीता जी को और शुभकामनाएँ भी.

वाणी गीत ने कहा…

संगीता जी को बधाई ...लगातार विरोध झेलने के बाद टिके रहकर अपने आपको सही सिद्ध करने की उनकी जिजीविषा सराहनीय है ...!!

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

प्रतिकूलताओं में अनुकूलताओं का संगीत ऐसे ही मन में सुनहराया जाता है।

Gyan Darpan ने कहा…

बधाई हो संगीता जी को और शुभकामनाएँ भी.

बेनामी ने कहा…

अब तक आईं सभी टिप्पणियों से सहमत

बी एस पाबला

संगीता पुरी ने कहा…

बहुत आभार आपका .. पर दोनो ग्राफ के बारे में पाठकों को कुछ समझा दूं .. ये दोनो ग्राफ 'गत्‍यात्‍मक ज्‍योतिष' के सूत्रों के आधार पर विकसित किए गए मेरे सॉफ्टवेयर से निकले हैं .. जिसमें इनपुट के तौर पर किसी व्‍यक्त्‍ि का जन्‍मविवरण डाला जाता है .. ये ग्राफ व्‍यक्ति के जीवनभर की परिस्थितियों और सुख दुख की जानकारी देते हैं !!

संगीता पुरी ने कहा…

पहले दिन की तरह इस बार मेरी आवाज स्‍पष्‍ट नहीं है .. पता नहीं क्‍यूं ??

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

इस पोडकास्ट में आवाज़ कुछ खराब है शीघ्र दूसरी कापी लगा रहा हूँ

निर्मला कपिला ने कहा…

संगीता जी को बधाई और आपका धन्यवाद इस प्रस्तुति के लिये।

भारत ब्रिगेड ने कहा…

दूसरी प्रति चस्पा कर दी गई है
भारत ब्रिगेड पर भी आलेक का लिंक देखा जा सकता है
http://bharatbrigade.com/

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) ने कहा…

सुन्दर प्रस्तुति... कहीं ना कहीं ज्योतिष में कुछ तो सच्चाई है ही....

बधाई....

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में। शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर

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