2.10.09

ड्राय-वीक

                                 
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   ड्राय-वीक घोषित होने की खबर एन गांधी जयंती के एक दिन पहले अखबार में देख  सुरेश की पत्नि बेहद खुश थी सात दिन तक सुरेश मदिरा-सेवन नहीं करेंगा इस साल नौदुर्गा के तुरंत बाद ड्राय-वीक घोषित होने से सुरेश के परिवार में उत्साह सा था....बबलू कह रहा था पापा को अब हम सब समझा पाएंगे मुन्नी की राय थी कि पापा को शराब से दूर रखके उनके जीवन में सदाचार लाने के लिए ईश्वर ने अवसर दिया है....सारा परिवार गोया दीवाली मना रहा था ....दीवाली से पहले ही सपनों के दीप सजा रहे थे. 
     रात पत्नि को पति और बच्चों को पिता की प्रतीक्षा थी.दिन भर की थकन के बाद सुरेश बाबू घर आए तो पिछले बरस वाले तनाव से दूर मुस्कुराते हुए गृह-प्रवेश करते देखे गए.बच्चे कुछ अधिक उत्साहित थे.... बबलू मुन्नी को लग रहा था अब पापा रोज़ शाम को इसी तरह मुस्कुराते आएंगें उनकी इस सोच को तब धक्का लगा जब पापा बोले:-"सुनती हो इस ड्राय-वीक" में मुझे कोई समस्या नहीं पूरे हफ़्ते का जुगाड कर लिया है.



3 टिप्‍पणियां:

M VERMA ने कहा…

भाई जुगाड तो करना ही पडता है.

बेनामी ने कहा…

हप्ते भर का जुगाड़ कर लिया है ...... ? तो बब्लू के पापा कैसे सुधरेंगे
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जयंती अवसर पर शुभकामना

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

एकलव्य जी
आभार ...वर्मा जी
आपसे मिल कर ख़ुशी हुई

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में। शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर

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