8.1.11

live from Khateema

LIVE TELECAST http://sanskaardhani.blogspot.com/2011/01/live-from-khateema.html खटीमा ब्‍लॉगर सम्‍मेलन चलना है तो http://www.nukkadh.com/2011/01/blog-post_7291.html हो गया हूं 10 से 11 में हाजिर शुभ मंगलकामनायें नौ दो ग्‍यारह न होने पायें पकड़ो पकड़ो भागो जाने न पाये व्‍यंग्‍यकार की आवाज में व्‍यंग्‍य सुनिये http://networkedblogs.com/c6ntK और सुनने के लिए ई मेल कीजिए अपने मित्रों को http://bambuser.com/channel/girishbillore/broadcast/1268351 दौड़ते हैं दौड़ की तरफ http://jhhakajhhaktimes.blogspot.co

28 टिप्‍पणियां:

कृष्ण ने कहा…

लगे रहो भाईयों, बहुत खूब...

फ़िरदौस ख़ान ने कहा…

शानदार...

Darshan Lal Baweja ने कहा…

लगे रहो

अजय कुमार झा ने कहा…

जी आप सबको बधाई हो जी खटीमा पहुंचने की

shikha varshney ने कहा…

बढ़िया.....

शिवम् मिश्रा ने कहा…

लगे रहिये दादा ..... जय हो !

Sumit Pratap Singh ने कहा…

सुन्दरतम...

अजय कुमार झा ने कहा…

आप सबको साक्षात काव्य पाठ करते देख सुन कर बहुत ही आनंद की अनुभूति हो रही है । आप सबको बधाई और शुभकामनाएं । रवि भाई का काव्य पाठ सुन रहे हैं बधाई

बेनामी ने कहा…

वाह जी! कितनी मस्ती मार रहे होंगे न सब मिल कर?गपशप,बातें. मैं कब मिलूंगी आप सबसे?
हा हा हा बहुत जल्दी.अभी तो कुछ नही दिख रहा न सुने दे रहा ,जबरन लटका रखा है.मिलिए तो सही सबसे बदले लेने पडेंगे.
ही हा

siddheshwar singh ने कहा…

मस्त चल रहा है साहब!

एस एम् मासूम ने कहा…

अच्छा लगा सुन के

बलराम अग्रवाल ने कहा…

आपके अनुरोध पर भाई अविनाश वाचस्पति की ओर से खटीमा की सर्दी पर ये पंक्तियाँ प्रस्तुत हैं:
खड़-खड़ हाड़ हिलाय रही
दिल्ली से होड़ लगाय रही
वाचस् को पति बनाय रही
खटीमा-गोष्ठी की सरदी।

कनिष्क कश्यप ने कहा…

मजेदार है यह अनुभव भी ! नही होते हुए भी, वही है ... हम सब !

हरिराम ने कहा…

ब्रॉड बैंड पर भी आवाज रुक रुक कर आ रही है। क्या डाउनलोड करके फिर सुनने का कोई उपाय है?

Taarkeshwar Giri ने कहा…

bahut khub tanik idhar bhi nazariya daliye

http://taarkeshwargiri.blogspot.com/2011/01/blog-post_07.html

शेफाली पाण्डे ने कहा…

sun rahe hain..kaash ham bhi aa pate....

बेनामी ने कहा…

ग़ालिब साहब का ये शेर मेरी मनोस्थिति को दर्शाने में किंचित सहायक होगा | बड़ी बेसब्री से इंतज़ार कर रहा हूँ १०.३० का

"आशिकी सब्र तलब, और तमन्ना बेताब
दिल का क्या रंग करूँ, खूनेजिगर होने तक "

अविनाश ने कहा…

BAS THODI AUR PRATIKSHA KARNI HOGI. YEH HAMARA AUR AAP SABKA MILA ZULA PRAYAS HAI. JISKI SAFALTA AA SABKE SAATH HAI. HAZIR HOTEN HAIN. BANE RAHIYE.

गुड्डोदादी ने कहा…

बहुत खूब
चिकागो में सुन रही हूँ
आशीर्वाद

रजनीश तिवारी ने कहा…

सीधा प्रसारण एक अभिनव एवं सफल प्रयास है। रविवार की ठंडी सुबह में चाय की चुस्कियों के साथ इस लाइव गोष्ठी को देखना और सुनना बहुत अच्छा लग रहा है...शुभकामनाएँ

बेनामी ने कहा…

बदिया है मैंने रात को ही सीधा प्रसारण देख लिया था | बहुत
बढ़िया...

Shah Nawaz ने कहा…

अविनाश जी, शास्त्री जी एवं अन्य उपस्थित ब्लोगर जनों को सलाम / प्रणाम / राम-राम / शुभ दिन (Good Day).... मैं शरीर से वहां नहीं लेकिन मन से तो खटीमा में ही हूँ!!!

सफल आयोजन के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं!


गिरीश जी का लाइव आयोजन करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!!! इसके चलते हमें भी आयोजन में शामिल होने का मौका मिल गया है...

बेनामी ने कहा…

Camera Quality & regulation sudhaar ki bhi jaroort hai ......sammelan endi tha ..

राज भाटिय़ा ने कहा…

बहुत सुंदर जी, यह तो कल रात को देखा था, आज का लाईव प्रसारन कहां हे जी जल्दी से लिंक दे हम भी आप सब के दर्शन करे, सभी मित्र जनो को हाथ जोड कर नमस्कार, ओर हमारी शुभकामनाऎं

आभा ने कहा…

sunder....

प्रदीप सिंह ने कहा…

कार्यक्रम का लाइव प्रसारण बेहद मस्ती भरा रहा....सबसे मजेदार बात यह रही कि मैं इस काव्य गोष्ठी में एक भागीदार रहा, यह बहुत सुन्दरतम अनुभव रहा मेरे लिये...आप सभी का साभार धन्यवाद, जो आप सभी ने नवीन काव्य प्रतिभाओं को अग्रसर करने का एक मंच दिया ।

Udan Tashtari ने कहा…

सटीक प्रयास!!

रावेंद्रकुमार रवि ने कहा…

सचमुच, यह सब अविस्मरणीय था!

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