संदेश

जून, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

संभागीय बाल भवन में नाद योग से ताल योग प्रदर्शन के साथ सम्पन्न हुआ योग संगीत दिवस

चित्र
संभागीय   बाल   भवन   जबलपुर   में   नेहरू युवा   केन्द्र   जबलपुर   एवं   बाल   भवन   के   संयुक्त तत्वावधान   में   आयोजित   योग   एवं   संगीत  दिवस विविध   गतिविधियों   के   साथ   सम्पन्न   हुआ   ।   जिसमें “ ओमकार   नाद   योग ”  सूर्य   नमस्कार   चित्रकला   तालबाद्य   जुगलबंदी   के   साथ   योग   चित्रों   का   रेखांकन किया   गया   ।   साथ   ही   योग   क्विज   एवं   संपूर्ण योगाभ्यास   प्रदर्शन   की   प्रस्तुति   भी   कार्यक्रम   काविशेष   आकर्षण   रहा   । कार्यक्रम   की   अध्यक्षता   श्रीमती   मनीषा लुम्बा   संभा .  उप   संचालक   महिला   बाल   विकास ने   की   तथा   मुख्य   अतिथि   के   रूप   में   सुशील   शुक्ला अध्यक्ष   बालभवन   सलाहकार   एवं   सहयोगी   समिति रहे   ।   माननीय सांसद श्री राकेश   सिंह   की   ओर   से   संदीप   जैन ,  श्रीमती   श्रृद्धा   शर्मा , सत्येन्द्र   शर्मा , नरेन्द्र   गुप्ता ,  राजेश   ठाकुर ,  श्रीमती   भारती   रूसिया   सहित  150  से   अधिक   बच्चे   उपस्थित   थे   ।     कार्यक्रम   को संबोधित   करते   हुए   अध्यक्ष   श्रीमती   मनीषा   लुम्

बाल नाट्य शिविर : व्यक्तित्व विकास का असाधारण टूल

चित्र
बाल नाट्य शिविर : व्यक्तित्व विकास का असाधारण टूल GIRISH BILLORE “MUKUL” आप हजारों रुपये फीस देकर व्यक्तित्व विकास के कुछ एक बिंदु उपलब्धी स्वरुप हासिल कर सकते हैं पर रंगकर्म के ज़रिये जितना ज़ल्द और सटीक लाभ मिलताहै उतना अनुमान हमने कभी न लगाया था था . इसके कई उदाहरण हैं   हमारे पास . यह निष्कर्ष तीन साल के प्रयोग के बाद लिख रहा हूँ नाट्यलोक  जबलपुर   Natya Lok Sanstha   में लगभग  20  सालों से सक्रीय रंगकर्मियों का समूह है. जो बालभवन जबलपुर के साथ वर्ष  2014  से सतत सक्रीय है. पर ऐसा नहीं कि वे हमारे साथ मेरे पदभार ग्रहण करने पर ही सक्रीय हुए बल्कि उनका सहयोग  2007  से ही बालभवन के बच्चों के लिए रहा है. उस दौर के बच्चों में   Akshay Thakur ,  Shalini Ahirwar   Tarun Thakur ,  Anshul Sahu   सहित न जाने कितने बच्चे अब प्रोफेशनल आर्टिस्ट की सूची में शुमार हो गए हैं. नाट्यलोक  संस्था के अलावा   VIVECHNA RANGMANDAL ,  Arun Pandey   जी ,  भाई संतोष राजपूत,    सहित शहर के नामचीन रंगकर्मियों ने बालभवन के साथ बहुत काम किया. लेकिन  2014  के बाद   Sanj