1.3.10

कविता वाचक्नवी जी और सिद्धार्थ जोशी से बात चीत

कविता वाचक्नवी जी से बात चीत सादर प्रस्तुत है ..... ............सिद्धार्थ जोशी जी को सुनने के लिए ''यहाँ'' क्लिक कीजिये

       

                                  
  
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19 टिप्‍पणियां:

मुंहफट ने कहा…

रचना और होली दोनों की हार्दिक शुभकामनाएं. पढ़ते रहिए www.sansadji.com सांसदजी डॉट कॉम

समयचक्र ने कहा…

होली की हार्दिक शुभकामनायें..

स्वप्न मञ्जूषा ने कहा…

kavita ji ke manobhavon ko jaanana bahut accha laga, unki kavitayyein hamesha prabhavit karti hain...aaj unka gayan bhi bahut prabhavit kar gaya..
girish ji, kavita ji se milvaane ke liye aapka aabahar..

Udan Tashtari ने कहा…

कविता जी से आपकी चर्चा सुन कर मन प्रसन्न हो गया.

मुक्तक बहुत सुन्दर स्वर के साथ..सुन्दर संदेश!!


आपका आभार.




ये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलें
प्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.
पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,
खुशी की हो बौछार,चलो हम होली खेलें.


आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.

-समीर लाल ’समीर’

Udan Tashtari ने कहा…

लगा था कि अनिता जी आवाज सुनाई देगी किन्तु शायद दो रिकार्डिंग एक साथ नहीं हो पाईं शायद...

दीपक 'मशाल' ने कहा…

Kavita ji bolengeen to kuchh achchha hi hoga...
abhi to lab me hi hoon.. sham ko ata hoon sunne
Jai Hind...

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` ने कहा…

Bahut Badhiya rahee baatchit Kavita ji ke sath --

Unke swar mei Muktak bhee bahut pasand aaye ..

Holi mubarak ho !

कबीर कुटी - कमलेश कुमार दीवान ने कहा…

kavita ji you tube par aapka vaktavya suna pathniyata ke sandarbh me aapne sahi kaha hai .badhai Holi ki shubhkamnayen

अनूप शुक्ल ने कहा…

कविताजी का मुक्तक सुनकर मन खुश हुआ।

बवाल ने कहा…

कविता जी से बातचीत भी उनकी ही तरह बेहतरीन लगी।

दीपक 'मशाल' ने कहा…

maine to Khushee Bengaanee ke bare me suna hi nahin

दीपक 'मशाल' ने कहा…

सच में कई चीजें सिर्फ सुनकर नहीं स्पष्ट हो पातीं..

रानीविशाल ने कहा…

Kavitaji ki surili mithi aawaz ne dil khush kar diya.....bhadiya rahi baat chit!
Holi ki hardik shubhkaamnae!

दीपक 'मशाल' ने कहा…

सच कहा कविता जी ने कि ब्लोगिंग विधा नहीं बल्कि मात्र एक मंच है, माध्यम है.....

दीपक 'मशाल' ने कहा…

अरे आप भारत से खोया कैसे ले आयीं?? अवैधानिक काम??? हा हा हा..

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

सही है खोये की तस्करी हा हा मशाल जी
@समीर भाई- अनिता जी चैट विंडो पर लिख रहीं थी
लावण्या जी आप को कबका निमंत्रण भेज दिया है देखिये गौर से
आपको भी सभी सुनना चाहते हैं

किरण राजपुरोहित नितिला ने कहा…

bahut badhiya laga .

संगीता पुरी ने कहा…

कविता जी से बात चीत बहुत बढिया रही .. बहुत अच्‍छे विचार !!

विजयशंकर चतुर्वेदी ने कहा…

badhiya satsang! silsila aage badhaiye.

Wow.....New

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