Is everything predestined ? Dr. Salil Samadhia
आध्यात्मिक जगत के बड़े से बड़े प्रश्नों में एक है - क्या सब कुछ पूर्व निर्धारित है ? (Is everything predestined ? ) यदि हां , तॊ फिर Free will या कर्म की स्वतन्त्रता का क्या अर्थ है ?? फिर तॊ कोई पाप भी करे तॊ वह पूर्व निर्धारित ही हुआ ? और अगर सब पूर्व निर्धारित नही है ..तॊ परम सत्ता की सर्वज्ञता किस बात की ?? फिर तॊ यह भी ज़रूरी नही कि जगत की सब चीज़ें एक order या discipline में ही हों ! जगत घोर अराजक(Chaotic) भी हो सकता है ?? तब तॊ कर्म का फल भी अनिश्चित हो सकता है ! यानि , तब तॊ कार्य-कारण का भी कोई संबध नही रह जाता ?? ...अर्थात सब अनिश्चित है ..तॊ मेरे पाप का फल ..पुण्य भी हो सकता है ! यह puzzle सिर्फ आध्यात्मिक जगत की ही नही , बल्कि , Uncertainty में Certainty ..मॉडर्न साइंस की भी बड़ी से बड़ी गुत्थी है !! (लगभग सारे ही धर्म ..हिंदू ,इस्लाम, क्रिश्चियनिटी व अन्य भी, पूर्व निर्धारणवाद को मानते हैं ! जैन दर्शन भी कर्म सिद्धांत के तहत partially इसे मानता है !) पिछ्ली पोस्ट में यह वार्तालाप था - Q. क्या सब कुछ पूर्व निर्धारित है ? Ans - आपके लिए "नही&q