30.6.08

नीरज जी की कलम

The Power of Truth, ब्लॉग अपने तरह का अनोखा हिन्दी ब्लाग है Neeraj Nayyar जो भोपाल और आगरा से सम्बंधित हैं

पाकिस्तान के हालात पर आंसू क्यों बहाएं
गिरावट से सबक सीखने का वक्त
भारत के लिए सिरदर्द बनेगा नेपाल
चाल चलने में लगा चीन

में आपको एक गहरी समझ में गोते लगाने वाले ब्लॉगर के लक्षण मिलेंगे । बेबाक लेखन गहरी अध्ययनशीलता और साफ़ सुथरे ब्लॉग नीरज जैसे ही लोग पेश कर सकतें है ।

बधाइयों के अलावा और कोई शब्द नहीं है मेरे पास ।

28.6.08

जिंदगी मुझे मंजूर है....!

ज़िंदगी मुझे मंज़ूर है
तुझे खोजना कूड़े-करकट के ढेर में
ढेर में छिपी पन्नियों में.....!
और
और
उन बीमारियों में जो मिलेगी मुझे इस कूड़े में.....?
ज़िंदगी
यहीं से मिलेगी वे पन्नियाँ
जिनसे उगेगी रोटियाँ
रोटियाँ जो पेट भरेंगी मेरी उस माँ का
जिसने फुटपाथ पे मुझे जना था।
वो माँ जो अलग-अलग पुरुषों
को मेरा बाप बताती थी !
हाँ वही माँ जिसकी बेटियाँ दस बरस के बाद कभी
साथ न रही
जी हाँ !
वही माँ जो ममता
भरी आंखों से मुझे टक-टकी बांधे
निहारती जब टक मैं घर नहीं लौटता ।
वो माँ जो मेरी भगवान है
जिसे दुनियाँ से कोई शिकायत नहीं

23.6.08

अन्तरजाल पर सुखद अनुभूतियाँ

रंजू ranju जी ने अमृता प्रीतम की याद में पोस्ट प्रकाशित कर जहाँ अभिभूत किया है । वहीं दूसरी ओर मुद्दत हुई है यार को मेहमां किये हुए पोस्ट भी असरदार है लेकिन मीत साहब कलकत्ता वालों के इस ब्लॉग किस से कहें ? पे पहुंचा तो दंग रह गया।
किस से कहें ? ब्लॉग खजाना है अन्तर जाल पे लुटा रहे हैं अपने मीत जी इनकी जितनी तारीफ़ करुँ कम है ।
MANAS BHARADWAJ --THE LAST POEM IS THE LAST DESIRE ब्लॉग है मानस भारद्वाज का जो इंजीनियरिंग की पढाई में व्यस्त होकर भी पोस्ट करतें हैं एक कविता लगभग रोज़ ....!

22.6.08

"सावधान सतयुग आ रहा है...!"

उडन तश्तरी ....: रोज बदलती दुनिया कैसी... को पड़कर याद सी आ रही है अशोक चक्रधर की वो कविता जिसमें आम आदमी को दूसरे के मन की बात पड़ने की शक्ति मिल जाती है । कैसे कैसे मजेदार सीन उभारतें हैं उस कविता चकल्लस वाले भैया जी ........!
मैँ गंभीर हो गया हूँ इस मुद्दे पर डर भी लग रहा है सरकारी आदमीं हूँ रोज़िन्ना झूठ की सेंचुरी मारने के आदेश हैं इस सिस्टम के......?
सो सोचा रहा हूँ कि व्ही0 आर0 एस0 ले लूँ....?
वो दिन दूर नहीं जब तकनीकी के विकास के की वज़ह से लाईडिटेक्टर मशीन,ब्रेन-मेपिंग मशीन,आम आदमी की ज़द में आ सकती है और फ़िर सतयुग के आने में कोई विलंब न होगा ।

19.6.08

प्रतियोगिता:-"गीत लिखिए" अन्तिम तिथि 15 जुलाई 2008

प्रतियोगिता:-"गीत लिखिए"
:-"ख़ुद से कैसे भाग सकेगा अंतस पहरेदार कड़क हैं"
इस मुखड़े पे
गीत लिख भेजिए अन्तिम तिथि 15 जुलाई 2008
email:- girishbillore@gmail.com
अथवा
girishbillore@hotmail.com

मुझे आपके एक गीत की प्रतीक्षा है
अन्तिम तिथि तक प्राप्त गीत प्रकाशित कर दिए जाएंगे
प्रकाशित गीतों पर विशेषज्ञों की राय,(गुणांक),तथा पाठकों की राय (गुणांक) के आधार पर विजेताओं की घोषणा कर दी जावेगी !
पुरूस्कार राशी के रूप में न होकर "...........................!"
के रूप में होगा

2.6.08

प्रतियोगिता:-"गीत लिखिए"

प्रतियोगिता:-"गीत लिखिए"
:-"ख़ुद से कैसे भाग सकेगा अंतस पहरेदार कड़क हैं"
इस मुखड़े पे
गीत लिख भेजिए अन्तिम तिथि 30 जून 2008
email:- girishbillore@gmail.com
अथवा
girishbillore@hotmail.com

नियमों की प्रतीक्षा कीजिए मुझे आपके एक गीत की प्रतीक्षा है
अन्तिम तिथि तक प्राप्त गीत प्रकाशित कर दिए जाएंगे
प्रकाशित गीतों पर विशेषज्ञों की राय,(गुणांक),तथा पाठकों की राय (गुणांक) के आधार पर विजेताओं की घोषणा कर दी जावेगी !
पुरूस्कार राशी के रूप में न होकर "...........................!"
के रूप में होगा !!

30.5.08

हिन्दयुग्म का पड़ाव ...!!

पहली कविता को छापने का जोखिम उठा कर काव्य-पल्लवन सामूहिक कविता-लेखन विषय-चयन किया है :-अवनीश गौतम जी ने । तारीफ देखे पहली कविता की प्रविष्ठियाँ चार भागों में छापनी पडी ...... वाह...!....वाह...!!

हिन्द-युग्म

जोखिम भरे काम करने वालों के लिए सराहना ज़रूरी है ......!!

प्रथम भाग में

ममता पंडित दिव्य प्रकाश दुबे सुमित भारद्वाज सीमा सचदेव अजीत पांडेय समीर गुप्ता प्रेमचंद सहजवाला पावस नीर रचना श्रीवास्तव लवली कुमारी हरिहर झा राहुल चौहान सतपाल ख्याल पीयूष तिवारी आलोक सिंह "साहिल" अर्चना शर्मा रंजना भाटिया सजीव सारथी विपुल कमलप्रीत सिंह

दूसरे भाग में

सविता दत्ता शोभा महेन्द्रू देवेन्द्र कुमार मिश्रा महक डॉ॰ शीला सिंह गोविंद शर्मा रश्मि सिंह अभिषेक पाटनी अवनीश तिवारी विजयशंकर चतुर्वेदी आदित्य प्रताप सिंह डा. आशुतोष शुक्ला अमित अरुण साहू रेनू जैन सुरिन्दर रत्ती मंजू भटनागर शिवानी सिंह श्रीकान्त मिश्र 'कान्त' अमिता 'नीर' कु० स्मिता पाण्डेय

तीसरे भाग में

देवेंद्र पांडेय डा. रमा द्विवेदी अशरफ अली "रिंद" ममता गुप्ता रजत बख्शी राजिंदर कुशवाहा गरिमा तिवारी विनय के जोशी डा0 अनिल चड्डा यश छाबड़ा कवि कुलवंत सिंह एस. कुमार शर्मा मीनाक्षी धनवंतरि शुभाशीष पाण्डेय शिफ़ाली पूजा अनिल अविनाश वाचस्‍पति निखिल सचन सोमेश्वर पांडेय सुनील कुमार सोनू

और ताज़ातरीन चौथे भाग में *** प्रतिभागी रहे

राकेश खंडेलवाल सीमा गुप्ता सतीश वाघमारे संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमी ब्रह्मनाथ त्रिपाठी 'अंजान' मैत्रेयी बनर्जी सतीश सक्सेना विवेक रंजन श्रीवास्तव "विनम्र" आशा जोगळेकर राहुल गडेवाडिकर मधुरिमा कुसुम सिन्हा महेंद्र भटनागर शैलेश भारतवासी मनीष वंदेमातरम स्वाति पांडे तपन शर्मा गोविन्द शर्मा डॉ॰ एस के मित्तल राजीव तनेजा

यानी कुल अस्सी कवितायेँ जमा हुई किसी अखबार को भी इतनी रीडर शिप और पार्टिशिपेशन कविता के मामले में कम ही मिलता है। किसे नामज़द बधाई दूँ ........मेरी समझ में नहीं आ रहा है

केवल इतना कह पा रहा हूँ

बधाइयां

हिंद-युग्म

29.5.08

"गिद्ध रहें न रहें गिद्धियत शेष रहेगी...!!"

sachin sharma ने कहा 80 लाख थे, 10 हजार रह गए!भईया इनकी जनरेशन की अब कोई ज़रूरत नहीं हैं । आदम जात में इनकी प्रवृत्ति ज़िंदा रहेगी ही । मौत बनते राजमार्ग! भी सच है राज के रास्ते चलते लोगों की आत्म-सम्मान,संवेदना,ईमान,सब कुछ मर जाता है । ज़िंदा रहती है केवल लिप्सा । लाशों के ढेर पर "राज" निति की बुनियाद इक एतिहासिक सत्य है।

इब्ने-इन्साँ ने खूब कहा -

" अपनी ज़ुबां से कुछ न कहेंगे चुप ही रहेंगे आशिक़ लोग,

तुम से तो इतना हो सकता है पूछो हाल बेचारों का "

SUYOG PATHAK ने गया उदय प्रकश जी का गीत स्वयम में ब्रह्म का एहसास दिलाता है।

Wow.....New

धर्म और संप्रदाय

What is the difference The between Dharm & Religion ?     English language has its own compulsions.. This language has a lot of difficu...