एक-रुपया लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
एक-रुपया लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

15.12.10

"एक कदम : एक रुपया" एक रुपया एक दिन एक मदद

Inspired: Creating Successful Strategies For Your Volunteer Organizationवत्सल चावजी एक युवा विचारक सभी की मदद के लिये एक सुझाव देते हैं 
01 रुपया गुणा 365 दिन और पांच लोग यानी    साल भर में 1820 रुपये बस
                                     और दस लोग जुड़े तो  साल भर में  3640 रुपये बस
http://vatsalchaoji.in/wp-content/uploads/2010/12/kadam.jpg 
बस क्लब में 5-10  लोग हों समान विचार वाले जोड़ा हुआ पैसा किसी की फ़ौरी तौर पर मदद के लिये कितना ज़रूरी हो सकता है हम सबको अन्दाज़ा है अन्दाज़ा लगाएं आज़ आप अस्पताल में खड़े हैं कोई दवा खरीदने को जेब टटोल रहा है आप बाज़ार में हैं किसी बच्चे को चोट लगी उसे फ़र्ट एड चाहिये, स्टेशन पर कोई ज़रूरत मंद मिला, कोई बैसाखी खरीदना चाहता है, कोई बिटिया स्कूल की किताब के लिये परेशान है कोई मां जन्म देने जा रही है बच्चे को और उन को मदद की ज़रूरत है तो क्या ब्लागर्स एक ऐसी मिसाल कायम नहीं कर सकते  ज़रूर कर सकते हैं क्यों सोचता है वत्सल ये सब आप उससे पूछ सकतें हैं :-vatsal4ev1@gmail.comयदी हां तो नेक काम में देरी क्यों ?
      ये होगा एक सही कदम 
 

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में। शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर

Wow.....New

अलबरूनी का भारत : समीक्षा

   " अलबरूनी का भारत" गिरीश बिल्लौरे मुकुल लेखक एवम टिप्पणीकार भारत के प्राचीनतम  इतिहास को समझने के लिए  हमें प...

मिसफिट : हिंदी के श्रेष्ठ ब्लॉगस में