12.10.11

हर जन्मदिन एक नई शुरुआत...

ये आजकल के बच्चे भी बहुत मन मानी करते हैं ..सुनते नहीं है जल्दी ..हाँ..हाँ कह कर बात को टाल देते हैं पर उन्हें नहीं पता कि ..माँ इतनी आसानी से हार नहीं मानती ......
आज करना ही पड़ा----सुनिये केवल राम जी के  विचार उनके जन्मदिन पर उनकी ही आवाज में ...

4 टिप्‍पणियां:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

अच्छी प्रस्तुति!

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

वाह केवल राम जी को बधाई आपको भी कि आप ने पाडकास्ट लगाया

केवल राम ने कहा…

आप सबका हार्दिक धन्यवाद ..जो आप सब मुझे यह प्यार और सम्मान देते हैं ....इस पॉडकास्ट का सारा श्रेय आदरणीय अर्चना जी को जाता है .....!

Srikant Chitrao ने कहा…

Nice presentation , accept my belated birthday wishes .

Wow.....New

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