जब हिंदी ब्लाग बंद हो जाएंगे तो क्या होगा...?

ब्लागस्पाट के ज़ीरो पाईंट बनते ही सारे हिंदी ब्लाग जो ब्लाग स्पाट पे हैं कपूर हो जाएंगें...अगर आज़ देर रात तक ये हो गया तो...?तो क्या "असली वारिस" की सेवा में लग जाएंगे छाछ -माछ सब हासिल होगा उधर. अपने पाबला जी ने बचाव का तरीक़ा बता दिया.. इधर देखिये तो ज़रा !
हिंदी ब्लागिंग के बंद होते ही विश्व में हिंदी ब्लागिंग का जो होगा सो होगा अपने ललित भैया बोले:-डोमिन व्यापार फ़ल फ़ूल जाएगा..?
कनिष्क भाई बोले :- "दूसरी सबसे अहम बात यह है हर रोज का डर . कभी कोई बोलता है ,कि भैया .. ब्लॉग बंद होने जा रहा , कोई गूगल ग्रुप पर आश्रित है. कोई फेसबुक पर ही दिन, रात और आंदोलन छेड़ता है और देश बदल देता है. कहाँ है हम लोग ? किस कुएं में . चुकि  परिकल्पना की उपलब्धि यह रहीं कि वह हम सब को एक मंच पर लाने में कामयाब रही है. अतः इस मंच से मैं अपनी व्यथा जाहिर कर रहा हूँ . रविन्द्र जी और तमाम वरिष्ठ जन , जिन्हें दुनियादारी और व्यवस्था की समझ कबीले तारीफ है , उनसे आग्रह करता हूँ , कि हिंदी ब्लॉग के समक्ष कुछ उद्देश्य रखे जाए . कुछ रणनीति बने और कुछ ठोस पहल हो. यह नहीं चलेगा , जिसे भड़ास निकालने के लिए ब्लॉग जाना जाये. यह न्यू मीडिया के हिंदी प्रेमियों की जमात है, इसे जगाना होगा और मानक और उद्देश्य तय करने होंगे." बहरहाल कनिष्क जी तो खुद साधन सम्पन्न हैं वे ब्लागिंग को जिस दिशा लाना चाह रहे हैं वो तो करना ही होगा हम सबको यदि आज़ ब्लागर बंद न हुआ तो. 
                      अब पाबला जी जो दो बरस में पांच-सैकड़ा ब्लागर्स को बधाई दे चुके है जन्म-दिन  की वो बंद हो जाएगी कोई किसी से मिठाई न मागेगा. और ये "परिकल्पना-ब्लागोत्सव" शायद न हो पाए पूरा 
           अधूरे तो कई सपने रह जाएंगें पर एक बात पूरी होगी.. शाम को हम दौनों यानी मै और सुलभा जी मिल के गाएंगे :- "ये तेरा घर किसी को देखना हो गर "
          अविनाश वाचस्पति क्या करेंगे, ये वो बताएंगे पर समीर लाल जी के बारे में पक्क़ी खबर छन-छन के आ रही है कि उनने www.juniorufo.com और www.udantashtari.com से डोमिन बुक करा लिये हैं. उस पर पर वे जूनियर के मिल के पुरानी यानी ब्लाग स्पाट वाली पोस्टों की प्रदर्शनी लगाएंगे, 
      क्या पूछा आपने ? हम चर्चा किधर करेंगे..? वहीं बैमबज़र पे 

टिप्पणियाँ

SANDEEP PANWAR ने कहा…
जब होगा तब देखा जायेगा, अभी तो मौज लो
हम तो पहले से ही डो्मेन पर हैं।
बस एक क्लिक में ट्रांसफ़र,
ये तेरा घर है ये मेरा घर है।
कुल मिलाकर अपना घर ही ठीक है।
मालिक मकान का डंडा कब तक सहे?
मुझे एक जानकारी चाहिए ..
आप को ये जानकारी कहाँ से मिली??? शायद कुछ लोग अफवाह उड़ा रहें हैं हिंदी ब्लॉग बंद होने का..
क्या कोई तार्किक कारण या गूगल का आफिसियल डाकुमेंट आप की जानकारी में हो तो कृपया साझा करें..हम सब के लिए सहायक होगा
जब एक रास्‍ता बंद होता हैं .. तो दूसरे कई रास्‍ते एक साथ खुल जाते हैं .. चिंता की कोई बात नहीं !!

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