जन्म दिन की पूर्व संध्या भक्ति-मय bambuser ने बना दी साथ ही ब्लागिंग पर कार्यशाला की तैयारी ज़ोरों पर
ब्लाग जगत को सूचित किया करते हुए हर्षित हूं कि दिनांक 01/12/2010 को जबलपुर ब्लागर्स कार्यशाला का आयोजन प्रशासनिक की कसावट के कारण स्थानीय शादीयां शादी मंडपों से होटलों में शिफ़्ट होने से स्थान परिवर्तित करना पड़ा अब यह कार्यशाला होटल सूर्या के कांफ़्रेंस हाल सायं नियत समय में प्रारम्भ होगी . कार्यशाला के मुख्य अतिथि होंगे श्री विजय सत्पथी, विशिष्ठ अतिथि श्री ललित शर्मा. पाण्डिचेरी में थे एक राष्ट्रीय आर्टीजन-कार्यशाला जिसके लिये वे छत्तीसगढ़ के प्रमुख प्रतिनिधि थे को अधूरा में छोड़ कर रवाना हो चुके हैं . साथ हीसमीर भाई,महेंद्र मिश्रा जी, डूबे जी,बवाल जी,पंकज गुलुस, डाक्टर विजय तिवारी’किसलय’ मयूर बक्शी,विवेकरंजन श्रीवास्तव, सलिल समाधिया, प्रेम फ़रुख्खाबादी, आनंद कृष्ण ,शशिकान्त ओझा,संजू तिवारी यानी सभी से मिलना होगा कार्यशाला में.
जबलपुर की कार्यशाला का लाइव प्रसारण करने का प्रयास रहेगा यदि कोई तकनीकी समस्या न हुई तो .ऐसा होना तय है. अगर यह सहज हो सका तो बज़्ज़ पर एक लिंक दिया जावेगा आप भी चैट के ज़रिये जुड़ सकतें हैं. . सतत स्नेह एवम जुड़ाव हेतु; निवेदन के साथ कल; 48 बरस पूरे कर लूंगा जीवन के उतार चढ़ावों, भावों-अभावों के बीच अर्ध शतक से; दो बरस पीछे ख्ड़ा हिसाब लगा रहा हूं होये पाये का आशीर्वाद दीजिये, दुलारिये, स्नेह दीजिये ताकि शेष जीवन सफ़ल और सुफ़ल कर पाऊं
टिप्पणियाँ
खुशहाली के ही चारों तरफ़ रंग हों,
पवन सदैव मंद-मंद ही बहे,
और आप हमेशा ऐसे ही मुस्कुराते रहें।
पंछियों ने फ़िर से है मधुर गान गाया,
फ़ूलों ने फ़िर से है रंग बरसाया,
ये पंछी हमेशा चहकते रहें,
और आप हमेशा ऐसे ही महकते रहें।
जीवन की बगीया में फ़ूल ही फ़ूल खिले,
कांटों को कहीं भी जगह ही ना मिले,
और तो और खिले हुए फ़ूल कभी ना सूखे,
ना झडे, ना टूट के बिखरे,
और आप उन्हीं कि तरह खिले-खिले से रहे।
हमारी जानिब से आपको आपकी सालगिराह की ढेर सारी बधाइयाँ। आपका जन्मदिन तो हम सब मिलकर १ दिसम्बर को मना ही रहे हैं। बासाज़ोज़ोआवाज़ोजाम। हा हा। सुबह धमकता हूँ मिठाई खाने के लिए ओ.के.
छिपकलियां छिनाल नहीं होतीं, छिपती नहीं हैं, छिड़ती नहीं हैं छिपकलियां
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जन्मदिन मुबारक!
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समारोह के लिये शुभकामनायें।
जन्मदिन की बधाई के साथ कार्यक्रम की शुभकामनाएं...
जय हिंद...
लो...ये कैसी शुभकामनाये आपके जन्मदिन पर? तो साहिबजी ! आपसे पांच छ साल बड़ी ही निकली आपकी ताई जो ताई सौ बरस कि होगी तो आपको ९५ साल तो रहना ही है और फिर 'ठिकाने' पहुंचाने के लिए पांच साल और ...हा हा हा यानि सौ साल तो इस धरती की ख़ूबसूरती बढानी ही है आपको सपरिवार.
'हेप्पी बर्थडे टू यु गिरीशजी' ऐसे ही हंसते मुस्कराते रहो
bhai aane ka man to hai lakin jabalpur se subah jakar sham ko lotan sambhav nahi hai.
kahi n kahi to mulakat hogi.