अरविंद मिश्रा जी हाईप तो सानिया मिर्ज़ा को किया गया है न कि महफ़ूज़ को
मित्रो आज़ अगर महफ़ूज़ अली की उपलब्धि के समाचार को मैने पोस्ट किया अरविंद मिश्रा जी ने ओर उसके पहले ”गुमनाम ब्लाग समाचार नामक व्यक्ति” अज़ीबो गरीब टिप्पणियां कीं हैं मित्रो सच तो ये है कि हम आकाश की ओर मुंह करके थूकने की अभद्र कोशिश में लगे रहतें हैं
___________________________________________________
पाडकास्ट के पहले भाग में सुनिए श्री बी एस पाबला,महेंद्र मिश्रा जी ,महफूज़ अली एवं मेरी वार्ता
__________________________________________
निर्णय आपके हाथ है
दूसरे भाग में चर्चा में शामिल; हुए मेरे साथ अजय झा,महफूज़
___________________________________________________
पाडकास्ट के पहले भाग में सुनिए श्री बी एस पाबला,महेंद्र मिश्रा जी ,महफूज़ अली एवं मेरी वार्ता
__________________________________________
निर्णय आपके हाथ है
दूसरे भाग में चर्चा में शामिल; हुए मेरे साथ अजय झा,महफूज़
टिप्पणियाँ
लगता है कुछ ज़बरदस्त गलतफ़हमी हो गई है...या कोई जान बूझकर ब्ल़ॉगर्स के बीच सौहार्द का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहा है...मैंने जो ये कहा कि महफूज़ को झूठ बोलने की ज़रूरत ही कहां है...इसका आप से तो कहीं लेना देना ही नहीं है...दरअसल एम वर्मा जी की पोस्ट पर एक कमेंट आया था जिसमें महफूज़ को लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित किए जाने की जानकारी पर संशय व्यक्त किया गया था...मैंने उसी टिप्पणी के संदर्भ में ये बात कही थी कि महफूज़ को झूठ बोलने की ज़रूरत ही कहां...मुझे लग रहा है सब अपने हिसाब से कुछ का कुछ सोचे जा रहे हैं...महफूज़ की अंग्रेजी कविता, उसके अमेरिका में टी शर्ट पर छपने को लेकर अब कोई संशय नहीं रहा है...सबूत एक नहीं तीन-तीन पोस्ट में दिए जा चुके हैं...रही बात लखनऊ में सम्मान की तो इस पर भी सच क्या है जल्दी ही सामने आ जाएगा...गोरखपुर से महफूज़ को किसी ने जबलपुर में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित किए जाने की जानकारी दी....मैं ये चाहता हूं कि ये ख़बर सौ फीसदी सही हो...ऐसा होने पर मुझे सबसे ज़्यादा खुशी होगी...लेकिन यहां मैं एक और संभावना को पूरी तरह नकार नहीं रहा...लगता है महफूज़ को पहली अप्रैल को ही ये फोन मिला होगा...क्या ये नहीं हो सकता कि किसी ने अप्रैल फूल बनाने की नीयत से महफूज़ से मज़ाक किया हो...ये सिर्फ मैं एक संभावना जता रहा हूं...इसलिए खुदा न करे ये ख़बर सही नहीं भी निकलती तो इस में तूफ़ान खड़ा होने जैसी कौन सी बात होगी...
मेरा फिर अनुरोध है हम सब शांत भाव से सब संभावनाओं पर विचार करे और आपसी सौहार्द में गलतफहमी के कांटे को कहीं फटकने भी न दें...
जय हिंद...
और रही बात महफूज़ की तो वो काहे दुखी हो रहे हैं. यह सब तो हर सफलता के साथ फ्री डील में लेना ही होता है..पैकेज डील आती है. सफलता + उससे जलने वाले लोग!!
अमां, बहादुर बनो और मस्त रहो. जरा, पूरा मैटर देख आयें.फिर बात करते हैं.
महफूज अली की उपलब्धि बड़ी है. हम तो बहुत खुश हैं
abhi khoj been karta hoon
अब बात थोडी सी मुद्दे की । मैं नहीं जानता कि आखिर किसी भी सीधी सरल सी बात को बेवजह तूल देकर हम साबित क्या करना चाहते हैं । मुझे नहीं पता कि कल को महफ़ूज़ भाई का सम्मान कहां कहां होना है ? मगर मुझे इतना जरूर पता है कि आज जो सफ़लता उन्हें मिली है वो कईयों को मिलती है ..अजी छोडिए एक अदनी सी खुशी पर हमने लोगों को कपडे फ़ाड कर उछलते कूदते देखा है । और तो और लोग तो पोस्टों पर आई ढेरों टिप्पणियों को लेकर मदमस्त हो जाते हैं । तो ऐसे में यदि महफ़ूज़ भाई की सफ़लता से कहीं खलबली मच रही है तो मचने दें । पहले भी कह चुका हूं कि ये बहुत बडी बात है । रही बात सानिया और महफ़ूज़ भाई की तुलना की तो यहां मैं श्री अरविंद मिश्रा जी कतई सहमत नहीं हूं । किसने की तुलना । और फ़िर हमारा सरोकार अपने ब्लोग्गर के सुख दुख में शरीक होने से है ..जो हम होते हैं । मुझे नहीं लगता कि उस पोस्ट पर और बाद की सभी पोस्टों पर ये प्रतिक्रिया देना कि ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं है , इससे आखिर प्रमाणित क्या करना ??? क्या महफ़ूज़ जी की सफ़लता झूठ है , बेशक कोई सरकार उन्हें बुला कर सम्मानित करती है या नहीं , वो तो अपनी जगह पर है न । औरे अफ़सोस तब ज्यादा होता है जब ऐसी बातों और गलतफ़हमियों का फ़ायदा उठा कर "समाचार " बनाया जाता है
अजय कुमार झा
baithe ho aankhe moond ke tasabbur mai kisee ke
aise mai koi chham se aa jaaye to kyaa ho
अरे यार अमेरिका में टी शर्ट पहने ना पहने चलो हम जबलपुर में ही पहन डालेंगे महफ़ूज़ की कविता वाली टी-शर्ट। हा हा।
गिरीष जी आपने बजा फ़रमाया कि महफ़ूज़ की आग वाली कविता एक उच्च स्तरीय साहित्य है। और अमेरिका में इसको महत्व मिलना बड़ी बात है। बधाई।
जी हाँ ..मुझे भी यही लगा कि कही कोई मिसअंडरस्टैंडिंग है जरुर ...इसलिए मैंने अपना पक्ष रखा ..जब सब बात साफ़ हो गयी है तो इसपर आगे कुछ और कहना बेकार है ...
महफूज़ ने जो सम्मान और स्नेह ब्लॉगजगत में हासिल किया है ...वह निर्विवाद है ...उसकी उपलब्धि पर तो सभी को गर्व है ...इसमें क्या शक है ... !!
सादर अभिवादन
ये सब ठीक है किंतु ये बेनामी लोग जो कर रहें हैं उसे क्यों न रोका जाये .
हम सभी तथ्य परक हों साफ़ गोई से बात करें मुझे केवल एक ही दर्द है कि जो जैसा चाह रहा है वैसा करने पर आमादा है और कर गुज़रता है फ़ेक आई डी के ज़रिये ....... है न दु:खद बात ,
there seems to some misunderstanding the felicitation ceremony is to be held in Delhi where the Chief Minister Of M.P. and not the U.P. shall be the chief guest -all are cordially invited!
सादर अभिवादन
आपसे मेल पर बात करता हूं चूंकि आप मेरी नज़र में सम्मानित व्यक्ति है तो बात सलीके से हो बेहतर है.... आप से पाड्कास्ट वार्ता का इंतज़ार है
सादर