इस यश को सहने की शक्ति देना प्रभू


 सम्मान  के यश को दुगना करने की रीत निभाई जबलपुर के स्नेहीजनों नें  किस किस का आभार कहूं कैसे कहूं स्तब्ध हूं. जी कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो दीवारें पोतने का काम करते हैं, उन पुताई करने वालों का भी आभारी हूं उनसे न तो मुझे गुरेज़ है न ही उनके लिये मेरे मन में कोई नकारात्मक भाव शुभचिंतकों का आभारी हू.........!!

टिप्पणियाँ

मेरी अशेष बधाईयाँ स्वीकारें .
- विजय तिवारी " किसलय "
Darshan Lal Baweja ने कहा…
बधाईयाँ स्वीकारें
Chaitanyaa Sharma ने कहा…
बहुत बहुत बधाई आपको .....
Dr Varsha Singh ने कहा…
एक बार फिर बहुत-बहुत बधाई......

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