आज़ एक प्रयोग किया मैने अर्चना चाओजी से बात कर रहा था कि लगा इंदू ताई को भी बुलवां के टीचर्स डे मना लिया जावे फ़िरसोचाऔर लोगों को जोड़ूं सो बस चैट चालू
आपने indu को इस चैट के लिए आमंत्रित किया है.
यह अब एक समूह चैट है. एक अन्य व्यक्ति जोड़ें
archana chaoji शामिल हो गए हैं.
indu puri goswami शामिल हो गए हैं.
मैं: इन्दु ताइ भी साथ में है
मैं: ताइ को पहचानती हैं न आप
मैं: इनकी मज़ेदार बात सुनिये दौनो टीचर जी का अभिवादन
archana: स्पोर्ट्स टीचर
ह्म्म्म्म्म्म्म
archana: अब गिरीश जी का शुक्रिया......
indu: ज्यादा ऊंची न दो गिरीश
archana: शिक्शक दिवस पर इन्दुजी से मिलवाने के लिए
indu: खूब मिसयूज किया सबने ताचर्स का
मैं: ताई को सम्मानित किया है आज़ जेन्ट्स क्लब ने
indu: इंसानों से लेके पशु तक गिनवा लिए
indu: ओह टीचर्स का मिस यूज
थेंक्स
archana: ये तो हमेशा होता है
परटीचर्स हैन काम तो करेन्गे ही
indu: अन्ताक्षरी में जो गा रही थी वे ये ही हैं क्या गिरीश?
आपने dipak को इस चैट के लिए आमंत्रित किया है.
dipak mashal शामिल हो गए हैं.
archana: जी ..........इन्दुजी
archana: मै ही थी
स्वागत दिपक
indu: वाओ कितना प्यारा गाती हो!
indu: दीपक्क्क्क्क्क जी वाह
dipak: namaste sir
ji dipakkkkkkkkkkk thik hai
मैं: ताई मै कवि हूं मेरे गीत भी गाए हैं इनने
indu: बाबा! आपसे यूँ मिलना हो जायेगा सोचा भि नही था
dipak: Girish ji
Indu ma'am
मैं: और बताएं किसे लादूं इधर
dipak: indu: कही तो ये दिल कहीं मिल नही पाते कहीं से निकल आये जन्मो के नाते...........
archana: हाहा हा
तेरा मुझसे है पहले का नाता कोइ ......
dipak: tera mujhse hai pahle ka nata koi
warna yoon hi nahin dil lubhata koi
archana: wowwwwwwwwwwwwwwww
dipak: ye antakshari chal rahi hai shayad
dipak: sahi
chitrpat antakshari
archana: दीपक यहा भी एक ही गीत
indu: वही मैं भी देख रही हूं
इसे कहते हैं एक तार होना
archana: पता नही कैसे पर मेरे और दीपक के साथ बहुत बार होता है
indu: आपमें से स्टेज पर धमाल का शौक किस किस को है?
dipak: shauk to nahin pata
mujhe junoon jaroor hai
archana: मैने तो कभी किया नही कुछ
dipak: aap background se sing karengeen na
archana: और गाना भी यही किया बस
dipak: indu: एक्सक्यूटिव प्रेसिडेंट नाराज हो गए थे मेरी एक बात पर स्टेज पर बुलाया गया स्पीच देने के लिए मैंने वही बात दुहरा दी
मैं: देखो वो मेरा प्रिय गीत मेरे बचपन की तस्वीर
dipak: aapke bachpan ki
kitne cute the aap
indu: आया है मुझे फिर याद वो ज़ालिम गुजर ज़माना बचपन का
dipak: vaise hi neele wale kapde abhi bhi pahaniye
आपने bspabla को इस चैट के लिए आमंत्रित किया है.
dipak: dipak: ye blog baithak hai kya?
archana: जी नमस्ते पाबला जी
शायद
dipak: pabla ji ke shree charanon me
bspabla: आप सभी को मेरा नमस्कार
bspabla: ब्लॉग बैठक ही है शायद dipak: Sat shree akaal taya ji
मैं: paabalaa ji kaa swaagat hai
dipak: bspabla: भांग चढ़ा ली है क्या archana: ह्म्म्म
सोया नही था देर रात तक
indu: ..........................
dipak: doston ka phn aa gaya
ki dosa ban raha hai
aaja
dipak: मैं: पाबला जी देखिये तार से तार जुड़ गए इन्दू ताई भी इधरिच्च है
dipak: ek baar kisi ko khila di thi
holi pe
bspabla: लगता है कोई एमर्जेंसी मीटिंग है शैतानों की
dipak: fir 16 ghante tak usko
pakjad ke baitha
indu: मैंने भी खाई थी एक बार
dipak: ki khidki se na kood jaye
Vivek rastogi jo ko bulaiye
wo bhi aana chah rahe hain
मैं: शैतान की मासी, मेरी ताई, दार जी सब एक साथ हैं बज़्ज़ इधर इच्च
archana: सबसे यहा मुलाकात होगी ......सोचा न था
indu: छलिया आइये एक बात सबसे पूछनी है
राय लेनी है बेबाक
dipak: Vivek ji pooch rahe hain
wo kais eaayen
Vivek Rastogi शामिल हो गए हैं.
dipak: is goshthi me
good
Vivek ji
welcome sir
indu: हा हा हा मज्जा ईच आ गया
Vivek Rastogi: क्या बात है, हमें तो आज पता चला कि बैठकी भी हो रही है
bspabla: अरे! ये चैट विन्डो छोटी पड़ रही!! सब सरपट भाग रहे हैं
Vivek Rastogi: सभी को हमारा नमस्कार
indu: dipak: isko bada kar leta hoon
maine to kar liya
Vivek Rastogi: नमस्ते "इंदु जी"
वाह क्या बात है
bspabla: अब ठीक है! चैट खिड़की बड़ी हो गई
dipak: ye dosti sun loon kya
ya baat karoon pahle
Vivek Rastogi: हमने भी बड़ी कर ली है
आपने SANGITA को इस चैट के लिए आमंत्रित किया है.
SANGITA PURI शामिल हो गए हैं.
मैं: संगीता जी इस अड्डे पे स्वागत है
dipak: good
ab king size chatting karte ahin sab
SANGITA अभी ऑनलाइन नहीं है.
indu: ओ माई गोड ! ब्लोगर्स मीट हो गई ये तो
Vivek Rastogi: फ़िर नहीं तो ...
dipak: international sammelan
मैं: Vivek Rastogi: हे हे सही है
ललित शर्मा शामिल हो गए हैं.
dipak: indu: लो आओ आओ शेर मैं: मूंच वाले भैया जी नमस्ते
archana: Vivek Rastogi: आईये शेर सिंह जी
स्वागत है
archana: beti ke sir me malish karna hai.....................sorry
indu: गिरीश जी की मेहरबानी से
Vivek Rastogi: वही हमें तो अभी दीपक जी ने बताया कि ब्लॉग बैठकी चल रही है
dipak: haan maasi aap malish karke aaiye
मैं: ताई ने किसी को फ़ोड़ने बुलावा भिजवाया था
dipak: warna 10 min baad usko karni padegi
aapke sar me malish
ललित: अरे
किसको फ़ोड़ रहे हो
indu: बिलकुल नही मैं यहीं हूं
dipak: kya hua
pabla ji kyon rooth gaye
archana: DIPAK.............
Vivek Rastogi: अरे रुठे नहीं हैं, वे जीटॉक से लड़ रहे हैं आज
dipak: sab khamosh ho jaaiye
मैं: ताई अब बताओ कौन था जिसे आपकी बात का बुरा लगा आज़
dipak: Indu ma'am kuchh kah rahi hain
Vivek Rastogi: हम खामोड़ हैं
खामोश
indu: हा हाहा
चलो बताती हूं
indu: शर्त ये है बिना किसी संकोच के राय देंगे
Vivek Rastogi: संकोच बो क्या होता है
indu: ब्लोग पर दिए जाने वाले कमेंट्स की तरह वाह वाह नही करेंगे आप लोग?
Vivek Rastogi: ड्राईंग रुम में संकोच नहीं किया जाता है
मैं: सभी हां हूं करते रहो भाई
indu: ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
हुआ यूँ कि..........
Vivek Rastogi: बिल्ली दूध पी गई
??
Vivek Rastogi: दूध फ़्रिज में रख देना था
indu: जन्म अष्टमी के रोज यहाँ के मंदिर में ई.पी. साहब यानि कम्पनी के बेताज बादशाह
Vivek Rastogi: अरे नहीं ई के बाद पी
indu: पैसे,चोक्लेट्स न्योछावर कर रहे थे
लोग टूट पड़े
कुछ लोग,बच्चे गिर पड़े
Vivek Rastogi: ओह्ह यह तो ठीक नहीं हुआ
indu: बाद में मुझसे नही रहा गया
Vivek Rastogi: फ़िर आपने तो सारी चाकलेट छीन ली होगी
indu: मैंने पास जा कर कहा-''सर! आप ये क्या कर रहे हैं?
आपने shikha.v20 को इस चैट के लिए आमंत्रित किया है.
shikha.v20 शामिल हो गए हैं.
indu: बंद तो तुरंत हो गया वो सब
Vivek Rastogi: बड्डे बड्डे लोग होते ही ऐसे हैं
Vivek Rastogi: तुरत फ़ुरत में बुरा लग जाता है
shikha.v20: are kya ho raha hai ye?
Vivek Rastogi: बिल्कुल राजधानी की तरह
Vivek Rastogi: सॉरी राजधानी ट्रेन की तरह
indu: मुझे कुछ लोगों ने कहा आपको क्या पड़ी है आपको नही बोलना चाहिए
Vivek Rastogi: शिखाजी नमस्ते
dipak: London se bhi log aa gaye kya
indu: गोस्वामीजी कि नौकरी खा जायेंगे किसी भी बहाने
dipak: di ko din bhar time to miila nahin
shikha.v20: namashkaar ..
Vivek Rastogi: बिल्कुल सही फ़ँटॆ में टांग क्यों अड़ाना
मैं: टीचर्स डे मन रहा है इन्दु ताई और अर्चना चाओजी प्रमुख अतिथि हैं
shikha.v20: thanks indu ji
dipak: are mukhya atithi to gain
Vivek Rastogi: अरे हाँ इन्दू जी शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ
indu: अरे बात पूरी सुनो रे बाबा
dipak: maasi hain to nahin
ललित: किसकी मजाल है जो गोस्वामी जी की नौकरी खा जाए
dipak: ji ma'am
sun rahe hain
मैं: indu: अरे! हमने इस सबकी परवाह कभी नही कि
indu: भाद में जाए ऐसी नौकरी
मैं: देती घुमाय के एक छड़ी
Vivek Rastogi: तब तो साह्ह्ह्ह्ब बहादुर फ़क्क रह गये होंघे
होंगे
indu: तो साब ई पी का मुँह फूल गया
Vivek Rastogi: किसको कौन
मारा
indu: बादशाह को बच्चे ने नंगा जो कह दिया
Vivek Rastogi: किस्को पड़ी
जे तो सही है
Vivek Rastogi: सटाक कर के लगी होगी
तबही तो
indu: मैं बहुत निकृष्ट किस्म की औरत हूं
Vivek Rastogi: एक तो १०० रुपय्या खर्च किया चोकलेट लाने के लिये
indu: कलेक्टर हो याँ सी. एम सिंधिया
Vivek Rastogi: ऊपर से ई के बाद की पी बज गई
indu: सच बोलने से नही डरती
............
मैं: shikha.v20: darna bhi nahi chhaiye indu: आज स्टेज पर बोलने के लिए बुलाया गया
Vivek Rastogi: बिल्कुल हैडमास्टरनी तो बिल्कुल भी नहीं डरती
एठ्ठो हमारे घर में भी है
indu: मैंने कहा- मेरा बेंक में हिंदी अधिकारी
Vivek Rastogi: वे भी नहीं डरती
dipak: i mean BTW ye CM sindia kaun hain
vivek ji
indu: और प्राइमरी टीचर पर सलेक्शन एक साथ हुआ
मैं कन्फ्यूज थी
मैं: Vivek Rastogi: अरे वसुन्धराराजे
indu: मेरे गुरु से पूछा उन्होंने कहा इंदु तुम में सच बोलने की हिम्मत है
Vivek Rastogi: इन्दु जी के राज्य की सी.एम. थीं
ललित: shikha.v20: dipak: ohoi
wo walin
main gwalior se aage hi nahin ja pata
Vivek Rastogi: बात बोली बिना हर्ट किये Vivek Rastogi: क्या बात है
मैं: टीचर जी वसुन्धरा भी आन लाइन है मेरे साथ
indu: मैंने कहा -सर सच से कोई न कोई हर्ट तो होता ही है
Vivek Rastogi: हा हा दीपक जी
Vivek Rastogi: जोड़िये जोड़िये
shikha.v20: oh to ye jodne ka kaam deepak ka hai indu: मेरे गुरु ने कहा फिर भि सच बोलने की हिम्मत है तो टीचर बन जाओ
..........................
shikha.v20: mujhe jana hai sabko ram ram
indu: मैंने ई.पी की ओर देखा और बोली
dipak: mujhe kyon badnaam kiya ja raha hai
Indu ma'am
Vivek Rastogi: दीपक जी क्या हुआ
मैं: अर्चना जी का भासण होगा
indu: सर! मैं टीचर बन गई और आज आपके सामने हूं
dipak: mujhe ye nahin samajh me aa raha ki bina hurt kiye sach kaise bol sakte hain aaj ki dat em
Vivek Rastogi: वाह वाह तालियाँ
indu: नही मैं गम्भीर हूं
मैं किसी का दिल दुखाने के बाद सो नही पाती
Vivek Rastogi: हम भी तालियाँ बजाते हुए गम्भीर हैं
ललित: अर्चना जी के भाषण के लिए
indu: पर.................
मैं: सुर साधिका टीचर जी का स्वागत
Vivek Rastogi: स्वाग्त है
indu: मैंने जो किया क्या वो सही था
indu: बेस्ट तरीका क्या हो सकता था इसका?
Vivek Rastogi: अरे पर किया क्या
जो गलत था
archana पहले ही इस चैट में है.
ललित: हमारी छोटी बहना जो करती है सब सही है
हम पुरजोर समर्थन करते हैं
Vivek Rastogi: ओह्ह टीचर बनने का फ़ैसला
बिल्कुल सही किया
आपने Firdaus को इस चैट के लिए आमंत्रित किया है.
ललित: खूब लड़ी मर्दानी वो तो हमारी छोटी बहना थी
dipak: areeeeeeeeee
ye kya baat hui
veerta se ladeen to
dipak: mardani ho gain
kyon kya aurton me khud ki veerta nahin hotui
dipak: m lalit ji
namaste firdaus ji
Vivek Rastogi: नमस्ते फ़िरदौस जी
ललित: नमस्ते फ़िरदौस जी
स्वागत है
dipak: Lalit sir aapse sawal hai
peechhe jaaiye
Vivek Rastogi: हाँ जल्दी से पूछ लो
indu: ????????????????????
dipak: aap log sirf itna bata diziye
मैं: आज़ शिक्षक दिवस पे इन्दु ताई के भाषण के बाद अर्चना जी का उदबोधन होगा
dipak: ki auraten bahaduri se laden to mardani kyon kahin jaati hain
dipak: kya bahaduri par sirf mardon ka adhikaar hai
ललित: भैया ऐसा ही सुभद्रा कुमारी चौहान ने कहा था
archana: ह्म्म्म्म्म्म
नमस्ते
आ गई हू मै
Vivek Rastogi: मर्दानी तो मरने के बाद की उपाधी है
मैं: अब अर्चना की बात सुनिये
ललित: हम तो उन्ही का कहा लिख रहे है
Vivek Rastogi: वीरांगणा की उपाधी है
archana: किस बात पर भाषण ..........
dipak: Wo Girish ji jyada utsaah me kah gaye kuchh
indu: मैंने एक इंसिडेंट आप लोगों को बताया है
मैं: जी कहिये शिक्षक दिवस पर
dipak: Vivek ji sahi bole
indu: और मैं सचमुच ऐसी हूं
Vivek Rastogi: काश कि मैं भी ऐसाच होता
Vivek Rastogi: dipak: aisa hona jaroori hai
ललित: dipak: agar hamen sach me aage badhna hai to
Vivek Rastogi: गाड़ी में पेट्रोल फ़ुल टैंक होना चहैये
नहीं तो आगे नहीं बड़ पायेंघे
indu: बाबा! मुझे अफ़सोस होता है जब पधा लिख वर्ग गलत होते देखता रहता है
मैं: चलो एक एक कर के बात करते है
Vivek Rastogi: कौन सी कार गिरीश जी
dipak: ललित: आज ही टैंक फ़ूल कराया है
dipak: kya hua Firdaus ji
Vivek Rastogi: फ़िर हमारे यहाँ छोड़ जाओ
dipak: Archna maasi
shant kyon hain
indu: मैं पढ़ रही हूं बोलिए प्लीज़
ललित: मुझे नहीं पता था कि गाड़ी इतनी चल जाएगी
Vivek Rastogi: जब टैंक खाली हो जायेगा तो वापिस से पेट्रोल भरने केलिये दे जायेंघे
archana: मेरी बोलती बन्द है .यहा
Vivek Rastogi: इन्दु जी कुछ तो कहिये
dipak: Indu ma'am hum log samaaj se kuchh jyada hi darte hain
मैं: मास्टर के बगैर देश कैसे की दशा और दिशा पर विचार रखिये
dipak: aur sahi galat samajhne ki soch khatm hoti ja rahi hai
Vivek Rastogi: अर्चना जी ने नमस्ते से अपना भाषण शुरु किया है
indu: मुझे डरपोक और कायर लोग पसंद नही वो कोई भी हो पति,बेते या बेटी भी
Vivek Rastogi: कृप्या शांत
Vivek Rastogi: बिल्कुल इंदु जी सही बात है
हम भी नहीं डरते हैं
indu: और कोई कायर नही मेरे
Vivek Rastogi: जमीन आसमान एक कर देते हैं
archana: इतना कठिन काम..क्यॊ दिया है मुझे ?
Vivek Rastogi: और ऐसे लोगों की वाट लगा डालते हैं
ललित: बहुत बढिया कि्या आपने
indu: टुकड़े क्यों कर दिए बिचारे के?
यस
Vivek Rastogi: अरे हमने तो पूरा किया है
ललित: गाडी इतनी तेज चल रही है कि डिब्बा पकड़ में नहीं आ रहा
मैं: ललित जी,मशाल जी, विवेक भाइ,
Vivek Rastogi: टुकड़े में तो बैठकी मे हो चली थे
indu: सबके डायलोग्स वही जैसे किसी ब्लोग पर कमेन्ट दे रहे हो
हा हा हा
Vivek Rastogi: फ़िर तो ये शेर सिंह का लायसेंस जाने वाला है
ललित: सारे प्रोफ़ेशनल ब्लागर हैं
archana: दोनि तीचर हस रही है एक साथ
dipak: gazab
kamaal ka likha hai aapne
Vivek Rastogi: चलो किसी ने तो अपने को प्रोफ़ेशनल ब्लॉगर माना
dipak: bahut sunddar
maza aa gaya
Vivek Rastogi: dipak: aanand la diya aapne
dipak: ji dil ko chhoo gaya
dipak: bina surgery ke hi
seedha dil tak
ललित: इंदु जी फ़िर आगे क्या हुआ?
मैं: ""टीचर्स डे का अर्थ क्या है ""
Vivek Rastogi: आपकी लेखनी से प्रभावित हूँ
Vivek Rastogi: अरे वो तो ई के बाद पी के चल दिये
ललित: भैया ये तो दिल्ली में मिलेंगे
तभी बताएंगे
dipak: agar inme se koi bhi comment meri post par aaye
indu: सम्मानित भी उन्ही ने किया आज
dipak: to main samajh loonga ki aap logon ne post nahin padhee
Vivek Rastogi: ई पी - ईलेक्शन पमीशनर
sharadkokas.60@gmail.com> आपके संपर्कों में नहीं है. आप केवल वर्तमान मित्रों को आमंत्रित कर सकते हैं.
indu: दीप एकदम सही कह रहे हो
dipak: pabla ji aa gaye
bulaaiye unhe
ललित: तब रोज तड़ी दे दिए करो
आपने bspabla को इस चैट के लिए आमंत्रित किया है.
dipak: kya baat hai unhin ne sammanit kiya
dipak: unko shamil kariye ji
wo kah rahe hain
dipak: aa gaye hain online
Vivek Rastogi: हाँ बुलाइये पाबला जी को भी
अरे आ गये
dipak: are bhai Pabla ji khade hain gate par
unhen bula liziye
Girish ji
Vivek Rastogi: अरे आ गये हैं
bspabla: इत्ते सारे ब्लॉगरों को देख मेरा कम्प्यूटर अपनी लंगोटी छोड़ भाग खड़ा हुआ था
आपने Albela को इस चैट के लिए आमंत्रित किया है.
Albela Khtari शामिल हो गए हैं.
dipak: bada hi besharm computer paaal rakha hai aapne
ललित: हम सोचे की सुभीता खोली में गए हैं
Vivek Rastogi: अब कस के बांध लीजियेगा
bspabla: पहले ही 70 टैब का भार लिए चल रहा था सफ़ारी
Vivek Rastogi: अलबेला जी राम राम
indu: वी आई पी की अन्दर्वीअर पहना दीजिए
हा हा हा
dipak: bina bataye chai bhi pee aaye
Vivek Rastogi: नहीं रुपा का
dipak: kisiko pata bhi na chala
शरद कोकास शामिल हो गए हैं.
dipak: are ye sab bekaar hain
main yaahn se bhej deta hoon
Vivek Rastogi: शरद भाई को प्रणाम
dipak: yahan naade wale aate hain
शरद: आप सभी को नमस्कार शिक्शक दिवस की शुभकामनाये
Vivek Rastogi: नहीं एलास्टिक वाले में जो मजा है वो नाड़े वाले में नहीं "राजा बाबू" वाले
bspabla: अरे! सब नाड़े में उल्झ गए
ललित: जी ---------------जा
dipak: naade me gun bahut hain bin anada sab soon
ललित: कुछ ज्यादा ही बड़ा हो गया
Vivek Rastogi: अरे आप किधर
bspabla: क्या सरपट चल रही यह ब्लॉगर मीट
मैं: जीजा इतै कब्ब आ रये ह्वौ
Vivek Rastogi: अभी तो शुरु हुई है मीट
dipak: sab shareefon ki tarah baaten karengea ab
ललित: ताजा खबर ब्लागर मीट
Vivek Rastogi: जी दीपक जी बिल्कुल
मैं: इस पे एक पोस्ट तैयार कीजिये
indu: मुझे अनकम्फर्ट फील होता है
dipak: gurudev ne balak ko aasheeh nahin diya
ललित: गड्डी इतना लोड नई लैणी
शरद: नम्स्ते बेटा दीपक - नाना शरद
dipak: kyon na ek blogger sammelan ho jaye December me
शरद: ले लेगी जय गूगल बाबा
dipak: charansparsh
Vivek Rastogi: अच्छा वाला ऑयल डलवाओ इंजिन बराबर च्लेगा
dipak: Nanaji cum gurudev
archana: ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
शरद: यह ईईईईईईईईईए क्या है ?
मैं: जबलपुरिया कमाल देखे जीजा
Vivek Rastogi: हा हा ईईईईईईईईई
indu: ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
dipak: kuchh nahin koi cockroach vagairah hoga
ललित: पुड़े स्पीड ब्रेकर आहे
bspabla: यह नानी है शरद जी
सैतान की नानी
archana: यहा भी कोई किसी की नही सुन रहा
dipak: ya fir koi horror movie
Vivek Rastogi: अरे शेर सिंह मराठी में बात कर रहे हैं
indu: ऐ मैं कोकरोच से नही चूहे से डरती हूं
शरद: मुझे नही पता मै सिर्फ दीपक का नाना हूँ
मैं: जी सही कहा अर्चना जी
Vivek Rastogi: और मच्छर से
शरद: अर्चना जी भी है नमस्ते
bspabla: क्या शोरगुल है
हा हा
कोई किसी की नहीं सुन रहा
Vivek Rastogi: बहुत हो हल्ला हो रहा है
dipak: blog mandee hai sabzee mandi ki tarah
मैं: पाबला जी indu: चलिए किसी खूबसूरत टोपिक पर बात कीजिये
शरद: अपने बचपन को याद करे
Vivek Rastogi: नहीं वो तो अभी ३६ मिनिट बाद खत्म होने वाला है
dipak: aise topic pe baat karne ka
main shamil nahin ho paaunga
dipak: kyonki jab maiin bachcha tha
Vivek Rastogi: कोई नया टोपिक होना चाहिये
indu: हे भगवान थ्री एक्स नही सिखा?
dipak: tab tak aap sab bachpan se kabke bahar aa gaye the
शरद: क्यो भई तू स्कूल मे नही पढा क्या ?
archana: ह्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म तु तो न..........
rajiv taneja शामिल हो गए हैं.
शरद: तो क्या हुआ बच्चा है जी
ललित: मैं तो सीधा कालेज ही गया था
bspabla: ये नानीभी ना, ऐसिच्च है
Vivek Rastogi: जब मैं छोटा बच्चा था, बड़ी शरारत करता था
dipak: to ek mazedaar baat ye hai ki
dipak: pahle sab khaamosh ho jaaiye
archana: अरे..........एक सवाल????
bspabla: लो जी हंसते हंसाते राजीव तनेजा जी भी आ गए
Vivek Rastogi: कि सवालों की बौछार
मैं: मै तो दीपक भाऊई फ़िर मौन किस लिये
Vivek Rastogi: तनेजा जी स्वागत है
rajiv: सत् श्री अकाल एण्ड कॉपी टू आल
dipak: to baat ye hai ki mere bachpan me mujhe bachpan ka meaning nahin pata tha
dipak: jab bhi koi kahani sunai jati school me ki
Vivek Rastogi: हे हे
क्या बात कर रिये हो दीपक भई
dipak: swami vivekanand ji ya subhash chandra ji jab apne bachpan me the
शरद: राजीव स्कूल मे कितनी बार मार पडी ?
dipak: to main pareshaan ho jata ki
dipak: ye kis shahar ka naam hai
sab ke sab bachpan me jaate hain
Vivek Rastogi: ये भी सही है
dipak: main hi badnaseeb kabhi na ja paya wahan
archana: राजीव जी की एक कहानी आज मैने रिकार्ड की है
Vivek Rastogi: बचपन पचपन शहर के पास है
archana: बहुत मुश्किल से ................
शरद: अभी तुम वहाँ से बाहर निकलो बचपन से
rajiv: कब सूना रही हैं आप उसे?
dipak: koi sun hi nhain raha
Albela: ye kya ho raha hai bhai ?
शरद: राजीव जी की सत्यकथा ?
dipak: tabhi main bada ho gaya
indu: badnaseeb ???? ऐसा क्यों बोले बाबु?
bspabla: लो जी अलबेला जीk आ अंदाज़ देखिए
rajiv: आप उसे पोस्ट कर दें...
Albela: raam raam sabhi ko...
rajiv: मैं यहाँ से डाउनलोड कर लूँगा
Vivek Rastogi: किसको अलबेला जि को
Vivek Rastogi: अलबेला जी को डाऊनलोड
कैसे
dipak: Albela ji ko sadar pranaam
शरद: अलबेला जी डाउन लोड कैसे होंगे ..डाउन ..लोड ?
मैं: अलबेला जी हम यहां टीचर्स डे मना रहे है
dipak: bhaaisaab ki tabiyat kaisi hai ab
Albela: yaar ye ho kya raha hai ? maine pahli bar dekha hai ye sab..mujhe bhi apni vaarta me shareek karo bhai !
शरद: सब याद कर रहे है बचपन मे किस बदमाशी पर मार पडी
dipak: lekin prblm yahi hai ki sab teachers ban ke mana rahe hain koi student ki tarah sunne ko razi nahin
rajiv: आ जाईये जी...आपका स्वागत है
ललित: डाउन ल्ल्ल्ल्ल्लोड मुस्किल है
Vivek Rastogi: अरे आप तो आलरैडि डाऊनलोड पर हैं
bspabla: सशमिल तो आप हैं ही अलबेला जी
archana: मेरी खिडकी पर आए सभी अतिथियो का स्वागत है..........................
Albela: kitne aadmi hain ?
indu: बाबा! मैं सुन् रही हूं
bspabla: बस सरपट दौड़ लगाईए, अलबेला जी हम सबके साथ
शरद: खिडकी मजबूत है ना ये सब मोटे ताज़े लोग है ?
indu: वीरजी दीपक की बात सुनिए न
Vivek Rastogi: नहीं जी अपनी तो फ़्रेंच विन्डो है
Albela: bahut naainsaafi hai , admi das aur sardaar sirf ek ?
archana: हा हा हा ...........................८ +२.............
मैं: अलबेला जी भैया अब ठीक होंगे
Vivek Rastogi: इतनी बड़ी रहती है कि टूटने की जगह ही नहीं होती
शरद: हाहाहा वह भी खाली हाथ
Albela: haan girish ji, bhaiya ghar a gaye hain.
dipak: Pabla ji 7 aadmi hain
Vivek Rastogi: दीपक जी आगे
शरद: पाबला जी की गिनती कमज़ोर है स्कूल मे सभी जानते है
Albela: vivekji baal uge ki nahin.
Vivek Rastogi: तभी तो ...
bspabla: गिनती? वो क्या होती है?
Vivek Rastogi: अब उगा लिये हैं
ललित: बधाई हो बाल उगाने की
शरद: हाहाहा सकूल मे सिखाते है ना वही
Vivek Rastogi: कोई अपनी श्टाईल की कॉपी करने लगा था
Albela: ha ha ha ha ginti bataao paablaaji ko.
dipak: Albela ji
maine poochha ki bhaisaab kaise hain ab
rajiv: दीपक जी...मेरी नई कहानी पर आपका कमेन्ट नहीं मिला है Albela: yaar aaplog bahut jaldi jaldi karte ho, zara araam sde karo na yaar !
शरद: पाबला जी कहते है एक फिर एक होर फिर एक हर फिर एक होर .. हो गये दस
dipak: abhi padh hi nhaiin paaya sir ji
Vivek Rastogi: अरे ये टिप्पणी वार्ता यहाँ भी
Vivek Rastogi: यहाँ ब्लॉगर मीट में तो छोड़ दीजिये
Vivek Rastogi: नहीं तो सभी अपनी पोस्ट की लिंक चस्पा देंगे
dipak: Vivek ji sahi kaha
rajiv: ब्लोगर वही जो चेप हो जाए....
Albela: dipak ji namaskaar !
bspabla: दीपक जी, अलबेला जी के भाई सा'ब अभी स्वस्थ हैं
indu: अभी ज्ग्दुंगी आपमें से कोई नही आता मेरे ब्लोग पर
dipak: ye kya agli post ka title hai Rajiv ji
शरद: कोई लिंक नही देगा भई
indu: पर...........मैं नाराज नही
bspabla: शायद अलबेला जी इस चैट गति को पकड़ नहीं पा रहे
dipak: yani oopar wala fir se meri duaayen kabool karne laga hai
indu: तू मेरी खुजला मैं तेरी खुज्लाऊ
rajiv: इंदु जी...आप अपने ब्लॉग का लिंक दें मेरी मेल पर
dipak: abhi beech me kuchh time ko naraz ho gaya tha
शरद: अल्बेला जी को कविता सुनाओ अभी स्पीड पकड लेंगे
shivam.misra77@gmail.com आपके संपर्कों में नहीं है. आप केवल वर्तमान मित्रों को आमंत्रित कर सकते हैं.
Vivek Rastogi: इंदुजी झगड़ने वाली हैं
Albela: main kavi hoon koi typist thode hi hoon, jo jaldi jaldi kar sakoon..ha ha ha ha
Vivek Rastogi: चलिये झगड़िये सब रुक गये
शरद: दीपक तुम्हारी उम्र है नाराज़ होने की लेकिन हम पर नही कही सही जघ पर हो
dipak: bilkul sahi jawab Indu ma'am
dipak: Archna maasi khaamosh hain kyon
indu: लडाकिन समझे हो मुझे?
Vivek Rastogi: ऐ लो खुद ही बोली थीं
dipak: bhaia oopar wala ho gaya tha mujhse
Vivek Rastogi: अब पलट गयीं
शरद: दीपक ऊपर तो तुम्हारे विवेक है वह ?
मैं: Vivek Rastogi: सुन रहे हैं
indu: ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
rajiv: पे कमीशन का रोना रो
स्कूल बढाएँ फीस...
स्कूल बढाएँ फीस...
रोम-रोम मेरा क्रंदन करे
दिल में उठे बस यही इक टीस
मन्दी के इस दौर में क्यूँ
वो देना चाहें हमको पीस
Vivek Rastogi: बस टाईम अप
bspabla: शरद: अरे सुनाओ भी हम बहरे थोडे ही है
dipak: aisa kya
maine dekha nahin
Vivek Rastogi: बस टाईम अप
इत्ती देर थोड़े ही लगती है
rajiv: क्या बोलें...सब इत्ती फटफटा भागे जा रहे हैं
शरद: गुरु गोविन्द दौ खडे काके खीचू पाव
indu: मन्दी के इस दौर में क्यूँ
वो देना चाहें हमको पीस
rajiv: बीवी…बच्चे…धोबी….
नाई औ मुँशी…
सब माँगे पैसे
हालत अपनी बेहद पतली
ब्याँ करूँ मैँ कैसे
Vivek Rastogi: गाड़ी में फ़ुल टैंक पेट्रोल है अपने शेर सिंह की
dipak: ek min ek min. ek kaam karte hain sabka number lagate hain bolne ka
मैं: चलो मेरा गोविन्द रख दीजिये
शरद: पाबला जी तुसी किथ्थे हो पाई ?
indu: मल्लिका बोली मुस्काय के बस टू पीस
dipak: numbering karo ek log Gireesh ji kee peeth pe anguliyaan rakh ke
Vivek Rastogi: हम जहाँ खड़े होते हैं वहीं से नंबर शुरु होता है
bspabla: चैट विन्डो बड़ी कर लें, पॉप आऊट पर क्लिक कर
dipak: vivek ji pahle boliye
Vivek Rastogi: ये मेरा नहीं अमिताभ का डॉयलाग है
मैं तो बस ऐसे ही बोल गया
dipak: lekin wo to hai nahin
dipak: is meeting me
amitaabh hai kahan
bulaaiye use bhui
Vivek Rastogi: अरे वो भी ब्लॉगर हैं
Vivek Rastogi: उनको भी इन्वाईट कर लेते हैं
rajiv:
सबको आजमाया बार-बार हमको आजमाएं एक बार …
पुरखों से मिला वरदान …
हर समस्या का मिनटों में समाधान …
dipak: vivek ji kah rahe hain pahgle bolne ka no. uska
Vivek Rastogi: अभी कविता का मूड नहीं है
Albela: bhai logo ! samajh me kuchh nahin aa raha par maza bahut a raha hai ..jai ho aapki..ha ha ha
मैं: अभी टीर्स डे मनाओ सभी भाई
Vivek Rastogi: हाँ तो सुनो
Shivam Misra (shivam.misra77@gmail.com) शामिल हो गए हैं.
Shivam Misra (shivam.misra77@gmail.com) शामिल हो गए हैं.
archana: ab mujhe jana hoga
dipak: albela ji sardard ki dawa lene gaye honge
Vivek Rastogi: हमने तो कभी टीचर्स डे मनाया ही नहीं
archana: namaste sabhi ko
शरद: जबल्पुर के टीचर तो हमारे घर मे है गिरीश भैया
Vivek Rastogi: एक बार मनाने की कोशिश की कॉलेज में
ललित: हम तो रोज मनाते हैं टीचर्स डे
Vivek Rastogi: तो हमारे प्रोफ़ेशर साह्ह्ह्ब नाराज हो गये
dipak: ye manate kaise hain
ललित: दिल्ली में भी मनाए थे
राजीव जी को पता है
मैं: हमारी बहन जी है मेरी ओर से उनके चरण स्पर्श करिये
Vivek Rastogi: हमने पास के खेत से पूरे गुलाब के फ़ूल तोड़ कर कॉलेज में जो ले आये थे
dipak: sahi teacher's whisky pee ke
Vivek Rastogi: सब टीचर्स को देने के लिये
bspabla: शिवम मिश्रा आ-जा रहे, बात क्या है?
शरद: हम भी रोज करते है .. जबल्पुर वालो से डरके रहना पडता है भाई
मैं: @शरदजी हमारी बहन जी है मेरी ओर से उनके चरण स्पर्श करिये
Vivek Rastogi: तो बस प्रोफ़ेसर
rajiv: ARRE BHAI...ITNI UMR NAHIN HAI MERI
Vivek Rastogi: ने हमारे बैंड बजा दी
Albela: sharad kokas ji bhi hain kya saath me ?
शरद: कर लिये भैया चरण स्पर्श आपकी ओर से
मैं: शरद जीजू वो हमारी बहन जी है मेरी ओर से उनके चरण स्पर्श करिये
Vivek Rastogi: चलिये ब्लॉग महावीरों अब सबको हमारा नमन
हम तो चले
शरद: अरे अलबेला भाई पहचाना नही क्या ?
bspabla: जी अलबेला जी, शरद कोकास भी यहीं हैं
dipak: are vivek ji
band bajane ke baad
kya hua
indu: विवेक्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क
Vivek Rastogi: कल से पाँच दिन की मजदूरी के लिये सोना भी जरुरी है
indu: तुम ऐसे नही जा सकते
शरद: कर लिया भैया चरणस्पर्श आपकी ओर से भी अपनी ओर से भी सारे जबलपुर की ओर से भी
Albela: yaar ye to maharthiyon ki mahfil lagi hai ..roz lagaate ho kya ?
ललित शर्मा शामिल हो गए हैं.
dipak: pahle khet bhar gulaab laaiye fir se yahan vivek ji
मैं: कोइ जाने न पाए इधर से
rajiv: हमें तो लूट लिया मिल के पान-बीडी वालों ने...चाय-चाट वालों ने...
Vivek Rastogi: अरे पास के खेत वाले ने शिकायत जो कर दी
dipak: lalit ji chai pee aaye akele hi
Vivek Rastogi: हा हा दिल्ली वालों ने
bspabla: विवेक के विवेक को क्या हुआ, यूँ अचानक !
शरद: अल्बेला भाई यह पहली बार हो रहा है अभी और आयेंगे सब पाबला जी की करामात है
indu: तो खेत से गुलाब क्यों तोड़े?
Vivek Rastogi: पाबला जी क्या हुआ
dipak: Albela ji
wo bhi hain kya
Vivek Rastogi: अरे प्रोफ़ेसरों को देने के लिये
शरद: ललित जी इस समय चाय कहाँ मिली ?
Albela: paablaaji ke lakshan achhe nahin lag rahe..ha ha ha
dipak: mujhe laga pabla ji unke naam se tafri katr rahe hain
Albela: sharad bhaiya namaskaar !
rajiv: आगे-आगे देखिये...होता है क्या?
indu: अरे वो तो मालूम पर............नही तोड़ने थे न दुष्ट
dipak: शरद: नमस्ते अलबेला भाई रसमलाई भरा स्वागत
dipak: ohhh mujhe laga ki prof. ke gharon tak pahunchaane ke liye
Vivek Rastogi: ऐ लो... तो गुलाब तोड़्ने के पहले बोलना था ना
Albela: khiolaao to jane......sharadji !
Vivek Rastogi: तो नहीं तोड़ते
dipak: aap kha ke dikhaao tab jaanen albela ji
indu: अरे हमरे पापा प्रोफ़ेसर थोड़े थे जो विवेक गुलाब लेके आते
शरद: यहाँ तो रस्म की अदाई है / हमारा सलाम ही रसमलाई है
Vivek Rastogi: अरे घर पर थोड़े ही गये थे
कॉलेज में ही गये थे
शरद: अरे यह गुलाब वाला क्या प्रकरण चल रहा है भाई ?
Vivek Rastogi: भव्य समारोह करवाया था
Albela: vivek ji ki foto nakli hai... indu: नही नही हमसब जानते हैं
काहे के प्रोफेसर्स
Vivek Rastogi: पर क्या करें, खेत वाले ने .... ने बस
अरे नहीं अलबेला जी ऐसा कैसे
dipak: kaise pata ki photo nakli hai
indu: उनकी सुन्दर बिटिया तक गुलाब पहुँचाने थे तुम्हे
Vivek Rastogi: बिल्कुल असली १००० टका असली है
च्च्च्च्च्च्च
शरद: बाकी सब योद्धा कहाँ है भाई ?
bspabla: अलबेला जी यहाँ का अलबेलापन देख हैरान हैं
dipak: sahi kaha Indu ma'am
archana: और मै परेशान....
Vivek Rastogi: बिटिया अरे हम तो लड़्कियों से १००० कोस की दूरियों पर रहते थे
शरद: अलबेला जी नई पोस्ट तैयार कर रहे है ..
indu: अनुभवी हूं हा हा हा
dipak: main bhi yahi soch raha tha ki vivek ji itne shareef kaise ho liye ki prof. ko gulaab pahunchaayen
rajiv: इंदु जी को बिलेटिड हैप्पी बर्थडे
indu: ये टीचर्स,दोस्त सब बहाने है
Albela: maine dekha hai dipak ji.......... unke bal tirupati ko chadhe hue hain शरद: यह 1000 कोस याने कितना इंच होता है विवेक ?
dipak: oho to mahilaaon se nahin
Vivek Rastogi: नहीं अब वापिस से उग आये हईं
indu: थेंक्स राजीव जी
कहो न १०० साल की हो उंगी
Vivek Rastogi: अरे ऐसे कैसे खाली खाली थैंक्स केक किधर है
rajiv: ढूंढ लिया ना आपका ब्लॉग शरद: बाल होते तब तो तिरुपती को चढते ..इतने कम बाल मे तिरुपती जी नाराज नही होंगे ?
archana: इन्दूजी मेरी भी बधाई स्वीकारे
आपने ललित को इस चैट के लिए आमंत्रित किया है.
ललित शर्मा शामिल हो गए हैं.
Vivek Rastogi: १००० कोस मतलब गूगल से ढूँढना पड़ेगा
dipak: tirupati ji ne kaha hoga ye rejgaari wapas le jaao
Vivek Rastogi: कि कित्ते इंच होते हैं
नहीं
indu: समीर दादा ने मुझसे लिंक माँगा था
Vivek Rastogi: किसी ने हमारी श्टाईल मार ली
indu: मैंने कहा मैंने आपसे पूछा?
आपने ललित को इस चैट के लिए आमंत्रित किया है.
ललित शर्मा शामिल हो गए हैं.
शरद: हाँ अब ऐसी दूरी तो इंच मे ही होना चाहिये ना
Vivek Rastogi: इसलिये अपुन अपने पुरानी मिलिट्री श्टाईल में आ गये हैं
नहीं इंच में तो नाक बीच में आती है
ललित: हलो माईक टेस्टिंग माईक टेस्टिंग
शरद: वो ललित जी भी पुराने मिलिटरी मैन है
dipak: aap sab cheejen inch me kyon chahte hain Sharad bhaia.. kachhue se jyada hi inspired hain shayad
indu: यस राजीव जी आपने ढूँढ लिया थेंक्स
dipak: inch-inch aage badho bhaai inch-inch
Vivek Rastogi: नहीं हम तो कोस वाले हैं
शरद: मेरी कविता है दौड .. सुनाऊ क्या ?
Vivek Rastogi: कम से कम अगर कोस न च्ले तो कोस तो लो
dipak: are mujhe sach-2 bataiye ki lalit ji pahle army me the kya
Vivek Rastogi: अब इंच का क्या करो
ललित: वि्देशी ताकतो के हमले से हमारी चै
ट
बंद हो गयी
Vivek Rastogi: अरे तभी तो ये मूँछें हैं
dipak: neki aur poochh poochh
indu: ललित: लेकिन हम फ़िर वापस आ गए
Vivek Rastogi: जिससे देखते ही पता चल जाये कि मिलिट्री मैन हैं
indu: राजीव जी 'आरती' पढियेगा
Vivek Rastogi: किधर गये थे एम्बुश लगाने
indu: ऊ तो यूँही मजाक शरारत थी मेरी
Vivek Rastogi: विदेशी ताकतों के एरिये में
bspabla: ललित जी, दीपक जी कुछ जानना चाह रह ेआपसे
मैं: वो अविनाश जी की क्या खबर है भाई
dipak: Indu ma'am ka b'day kab tha
शरद: 236 दौड़
मनुष्य की जन्म जात प्रवृति नहीं है यह फिर भी कुछ लोगों ने जन्म लेते ही दौड़ना शुरू किया
कुछ लोगों ने सहारा लिया और चलने लगे चलते चलते उन्हे लगा अब दौड़ना चाहिये जहाँ हर कोई दौड़ रहा हो वहाँ एक जगह खड़े रहना वर्तमान से असहमति माना जा सकता है
दौड़ना उनके संस्कारों में शामिल नहीं था सो वे लड़्खड़ाये गिर पड़े हाँफते हाँफते फिर उठे और दौड़ने लगे उन्हे दौड़ता देख मैं भी दौड़ा हाँलाकि दौड़ में मैं सबसे पीछे था
कोई नई बात नहीं थी यह पर खरगोश और कछुए की कहानी मैने सुन रखी थी ।
- शरद कोकास
dipak: Sharad bhaia kaa aane wala hai
ललित: का हुआ अविनाश जी को
dipak: bhaai log ek badi party milegi
Vivek Rastogi: अरे \\\\\\\\\\\\\
जल्दी से दो भई पार्टी
ललित: बताई
कहां से पार्टी मिलेगी?
Vivek Rastogi: पार्टी के नाम से ही पेट में कुछ होने लगता है
मैं: अभी तो हुआ नही टाइम है
शरद: यह पार्टी कौन देगा ?
dipak: waah sharad bhaia
jawab nahin
ललित: जो न्योता दे रहा है
indu: दीप मैं और मेरी बेटी अभिव्यक्ति दो सितम्बर को जन्मे थे
dipak: isiliye aap gurudev hain mere kavie ke maamle me
Vivek Rastogi: अब वो हमें नहीं पता हमें तो पार्टी चाहिये
ललित: ये भी पूछने की चीज है
indu: एक फूल एक..........
केक्टस हा हा
dipak: waah hum sab sitambar wale hain
Vivek Rastogi: नहीं फ़ूलगोभी..
हे हे
और एक किशन कन्हैया
शरद: दीपक 24 सितम्बर शरद 30 सितम्बर
मैं: पार्टी मांग रहे है चैटिये भाई-बहन
dipak: blog jagat me aisi kaun do deviyaan hain jinka aur unki betiyon ka b'day ek hi din hota hai
GK ka sawal hai
bataiye
indu: ललित: पार्टी से कहां फ़ूल गोभी पर ले आए
bspabla: अदा व उनकी बिटिया
Vivek Rastogi: अरे सब्जी खानी है या ऐसे ही पार्टी कर लोगे
शरद: अब यह पहेली तो सब को मालूम हो गई हाहाहा
dipak: aur indu ji ko bhool gaye Pabla sir
मैं: वो महफ़ूज़ के बारे में सुना
Vivek Rastogi: वैसे बैचलर्स पार्टी कैसे हो ती है
शरद: जबल्पुर मे क्यो भाई ?
dipak: unka bhi b'day hai
Vivek Rastogi: आपमें से किसी को पता है क्या
कब
है
dipak: ya shadi hai december me
indu: रात बढ़ में भी तीन मिनट कम थे और वीरजी ने विश किया हम दोनों को
bspabla: वो तो ही बता दिया न इंदू जी ने
मैं: उनकी शादी तय हो गई है
Vivek Rastogi: ये पाबला जी बारह में तीन पर ही फ़ोन कर देते हैं
बारह बजने ही नहीं देते
dipak: chalo ddecember me ek raat ke khane ka intzaam ho gaya
Vivek Rastogi: देखना ये निकल लेंगे
मैं: आपकी दोबारा थोड़े होने देंगे
जीजू
dipak: kiska B'day hai kal
yani 2 min. baad
indu: मेरा शेर वीर जानता है बढ़ बजे इंदु को जरूरत नही पडेगी सरदार को बुलाने की खुद सरदारनी और शेरनी है
हा हा
शरद: अरे एक बार तो तुम लोग मिलकर मुझे शहीद कर ही चुके हो गिरीश भैया अब तक मज़ा ले रहे हो
Vivek Rastogi: सही है इंदु जी
चलो सब मिलकर महफ़ूज को जन्मदिन विश कर देते हैं
शरद: तो महफूज़ की शहादत भी जबलपुर मे है बेचारा
Vivek Rastogi: एक के बाद एक फ़ोन लगाकर
मैं: न भाई उसका पुनरजनम होगा
bspabla: हा हा हा, एक और बर्थडे बॉय को फोन कर हटा हूँ अभी-अभी
Vivek Rastogi: वे भी कन्फ़्यूज हो जायेगें कि सही में मेरा जन्मदिन है क्या
किसका....
dipak: lagaaiye phn lagaaiye
indu: क्या सचमुच महफूज़ का ब'डे है आज?
bspabla: भारी-भरकम है वह बर्थडE बॉय
dipak: Indu ma'am ka sawal mera bhi hai
indu: यस लगते है एक एक करके
Vivek Rastogi: अगर १०-१२ लोग वो भी ब्लॉगर किसी को हैप्पी बर्थ्डे बोल दें तो वो खुद ही सरेंडर कर देगा
मैं: न पुनर जनम होने वाला है उनका शादी का सेहरा बंधेगा
Vivek Rastogi: और चुपचाप पार्टी दे देगा
indu: चैन हई नही लेने देंगे उसे
Vivek Rastogi: मैं भी लगाता हूँ
bspabla: धीरू सिंह का जनमदिन है भई, आज 6 को
शरद: इस मार्ग की सभी लाइने व्यस्त है
Vivek Rastogi: वाह बोलो हैप्पी बर्थ्डे
मैं: पिटेगें अगर ऐसा किया महूज़ ने तो
Vivek Rastogi: हमारे मोबाईल का तो नेटवर्क ही गायब है
dipak: Mahfooz bhai ka nahin hai
dipak: unko jaga diya bekaar me
ललित: सभी लगाओगे तो व्यस्त तो मिलेगा ही
Vivek Rastogi: गिरिश जी लगता है कि ६ पैक देख लिये हैं
बल्ले शल्ले
मैं: अभी व्यस्त बाद में त्रस्त नज़र आएंगे मियां
शरद: दीपक महफूज़ का न xxxxxxxxxx है ना ?
archana: अरे............................................
Vivek Rastogi: ३-४ नंबर रखते हैं
dipak: lalit ji bhi phone laga liye
dipak: wo to 28 october ko hai
archana: दीपक की कोई तो सुनो
Vivek Rastogi: कौन ऑनलाईन है
कौन
लाईन पर है
dipak: nahin bhaia xxxxxxxxxx hai
bspabla: xxxxxxxxxx धीरू सिंह
dipak: par b'day nahin unka
archana: हा हा हा ..................
indu: महफूज़ का न xxxxxxxxxx है ना ? स्विच ऑफ बता रहा है
Vivek Rastogi: ओह तो बोलिये जनमदिन की शुभकामनाएँ
archana: दीपक ...............................जोर से बोल
dipak: maine jo no. bataya us par baat karo
lalit ji
Vivek Rastogi: चलिये अब शुभरात्रि
क्या हुआ
bspabla: महफ़ूज का जनमदिन नहीं है, पुनर्जनम है शादी के बहाने
Albela Khtari चला गया है.
Vivek Rastogi: ललित भाई क्या हुआअ
ललित भाई
मैं: मेरे कने महफ़ूज़ के ५ नम्बर है सब बन्द
शरद: महफूज़ की शदी किससे हो रही है ?
Vivek Rastogi: अपन भी चले
dipak: dheeru singh ji se baat ho rhi hai
ललित: धीरु सिंग जी को लगाते हैं
मैं: मेरी तो एक पोस्ट तैयार हो गई
शरद: अरे मतलब किस लडकी से नई या पुरानी ?
Vivek Rastogi: वाह ब्लॉगरवीरों
archana: सभी को यादगार मुलाकात के लिए .....बधाई..........................
मैं: इस चेट को कापी पेस्ट करूंगा
Vivek Rastogi: रात को १२ बजके ६ मिनिट हो रहे हैं
dipak: shubhratri
ji main chala dinner pakane
Vivek Rastogi: और सबकी नींद खराब करने में लगे हैं
dipak: Archna maasi o thanks
indu: एक बड़ी प्यारी सी लड़की है रुखसार
मैं: पाबला जी विवेक जी को सुनिये
dipak: meri koi nhin sunta
ललित: धीरु भाई को दे आए मुबारक बाद
Vivek Rastogi: क्या गिरिश जी
indu: उससे हो रही है हमरे महफूज़ की शादी
Vivek Rastogi: वाह
नाम तो बहुत अच्छा है
शरद: नमस्ते अर्चना जी , इन्दु जी ललित जी गिरीश जी , दीपक , विवेक , राजीव , अलबेला भाई और सत श्री अकाल पाबला जी को
bspabla: महफ़ूज़ से बात हो रही, बेचारा परेशान हो गया
Vivek Rastogi: चलिये शुभरात्रि सभी को
मैं: दीपक इधर किसने किसे सुना भाई...?
dipak: Good Night Sharad bhaia
aur kaun jaane wala hai
dipak: namste kar loon main
Vivek Rastogi चला गया है.
indu: पर बहुत मजा आरहा है सच्ची
शरद: पता नही मै तो नही जा रहा मुझे लगा सब जा रहे है .. कल से बात कर रहे है
ललित: बिजली गिरी है
आस पास
dipak: last me do log hi bachenge yahan
archana: दीपक किस बात का thanks
dipak: Indu Ma'am aur main
dipak: kyonki mera to abhi 7:40 hai
शरद: जो गरजते है वे बरसते नही बने गोठियाए हस ललित
dipak: aur indu ma'am ko neend nahin aa rahi
शरद: पाबला जी जब आयर लैंड जायेंगे तो उन्हे बता देना
दीपक
Pabla ji kab aa rahe hain
शरद: तुम्हारा शोध कार्य पूरा होते ही
indu: उनका यकीन मट करना
एक तो मुझे बोला
आ रहा हूं माऊ और मैं
dipak: maine jo tasveeren blog par lagain Belfast ki uski wajah se 6-7 log london se yahan ghoomne ka man bana chuke hain
tourism walon se tax lena hoga
prachaar-prsaar ka
ललित: चलते हैं भैया
शब्बा खैर
dipak: good night Lalit ji
शरद: अलबेला भाई को बुला लेना कवि सम्मेलन मे
dipak: aapne bataya nahin par
ललित: जरा हमारी साइट पर तफ़री कर लेना
dipak: ki aap army me kab the
शरद: ओके ललित 17 सितम्बर की याद रखना
bspabla: हम भी चले, नमस्कार
indu: .....................कब थे? बताइए
dipak: Pabla ji aap aa rahe hain kya
Indu ma'am to kah rahi hain ki aapka bharosa na karen
indu: अरे आपका यानि वीरजी का
dipak: B'day ke pahle hi party hainnnnnnnnnnnnn
dipak: meri taraf se bhi ek pushp arpit kar dena bhaia
शरद: ललित भाई का विशेष लेख रहेगा
indu: वीरजी का भरोसा कोई भि मत करना
शरद: शिल्पकार है ना
dipak: Mahfooz bhai ki tarah
indu: शरद: उनके लिये एक शेर गज़ब किया तेरे वादे पे ऐतबार किया / तमाम रात कयामत का इंतिज़ार किया
शरद: कोई तो बताओ महफूज़ की शादी कब कहाँ और किससे हो रही है ?
indu: हम इन्त्ज्ज़र करेंगे तेरा कयामत तक
archana chaoji चला गया है.
dipak: aap hi bata dijiye ki lalit ji army me kab the
indu: खुदा करे कि कयामत हो और टू आये
dipak: december me rukhsaar se ho rahi hai
dipak: jabalpur se barat lko jaayegi
2010
dipak: jabalpur se lucknow
indu: रुखसार जबलपुर की थोड़े ही है
indu: वो तो शायद लखनऊ की हई है
indu: याद नही पर माह ने फोन पर बताया था
dipak: bas ka kharcha bachega
baratiyon ka
शरद: वही तो जबलपुर की तो अपनी है ..
indu: अपने ऋतू की शादी भि जबलपुर हई पक्की हुई है
शरद: अरे वा यह तो अच्छी बात है
dipak: abhi 2 log kaun hain
hamare alawa
dipak: pabla ji aur girish ji
indu: शरद जी ही दिख रहे है
dipak: ham bhi jaldi hi khalihaan hone wale hain
indu: अरे यही शब्द में लिखने वाली थी पर नही लिखा
indu: खेत रहने का मतलब ...............
dipak: hum sabhi stage wale hain
tabhi na
इन पंक्तियों के लिखे जाने तक चैट ज़ारी थी ... मुझे दुख है कि अनिता कुमार जी और कुमाऊंनी चेली को बुला न पाया