सन २०५० मे................................एक समाचार .................................

आज सुनिए एक समाचार प्रवीन पाण्डेय जी के ब्लॉग से ...................................जिसकी जानकारी मुझे यहाँ से मिली..............................

सन २०५०-------------- मुकदमे के निर्णय का क्षण । 

टिप्पणियाँ

एक भी रुकावट नहीं कोई गफ़लत नहीं एक सहज प्रवाह है आपकी प्रस्तुति में
Udan Tashtari ने कहा…
बढ़िया,,पढ़ पहले चुके थे.
Satish Saxena ने कहा…
अर्चना जी और गिरीश भाई को शुभकामनायें !
शुक्रिया सतीष भाई, समीर जी
अपना लिखा सुनकर बिल्कुल नया सा लगा । अतिशय आभार ।
दीपक 'मशाल' ने कहा…
बिलकुल आकाशवाणी की याद ताज़ा करा दी आपने.. बहुत-बहुत शुक्रिया इतनी शानदार पोस्ट(समाचार) के लिए..

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