28.2.10

अविनाश जी से सुनिए आज के होली समाचार

आप भी इस कवि सम्मेलन का हिस्सा बनें

आप इस तकनीकी कवि सम्मेलन का हिस्सा होकर दुनिया भर के लाखों कविता प्रेमियों से सीधे जुड़ सकते हैं। प्रक्रिया बहुत सरल है। रश्मि प्रभा के साथ यदि आप भी अतिथि संचालक होना चाहते हैं तो भी हमें लिखें।


1॰ अपनी साफ आवाज़ में अपनी कविता/कविताएँ रिकॉर्ड करके भेजें।
2॰ जिस कविता की रिकॉर्डिंग आप भेज रहे हैं, उसे लिखित रूप में भी भेजें।
3॰ अधिकतम 10 वाक्यों का अपना परिचय भेजें, जिसमें पेशा, स्थान, अभिरूचियाँ ज़रूर अंकित करें।
4॰ अपना फोन नं॰ भी भेजें ताकि आवश्यकता पड़ने पर हम तुरंत संपर्क कर सकें।
5॰ कवितायें भेजते समय कृपया ध्यान रखें कि वे 128 kbps स्टीरेओ mp3 फॉर्मेट में हों और पृष्ठभूमि में कोई संगीत न हो।
6॰ उपर्युक्त सामग्री भेजने के लिए ईमेल पता- podcast.hindyugm@gmail.com
7. मार्च 2010 अंक के लिए कविता की रिकॉर्डिंग भेजने की आखिरी तिथि- 21 मार्च 2010
8. मार्च 2010 अंक का पॉडकास्ट सम्मेलन रविवार, 28 मार्च 2010 को प्रसारित होगा। इस बारे में विस्तृत जानकारी ''आवाज़''  पर पायें 
अब सुनिए समाचार अविनाश जी से

12 टिप्‍पणियां:

निर्मला कपिला ने कहा…

अविनाश जी को सुनना बहुत अच्छा लगा । धन्यवाद सब को होली की हार्दिक शुभकामनायें

Vivek Ranjan Shrivastava ने कहा…

इस बार होली में

विवेक रंजन श्रीवास्तव " विनम्र "
जबलपुर

रंगों में सराबोर हुये, इस बार होली में
घर से जो हुये बाहर, इस बार होली में !

जल के राख हो , नफरत की होलिका
आल्हाद का प्रहलाद बचे , इस बार होली में !

हो न फिर फसाद , मजहब के नाम पर
केसर में हरा रंग मिले ,इस बार होली में !

छूटे न कोई अरमान , रंग इस तरह मलो
छेड़ो रगों में फाग , इस बार होली में !

इक रंग में रंगी सेना , अच्छी नहीं लगती
खूनी न हों अंदाज , इस बार होली में !

दीपक 'मशाल' ने कहा…

Bahut hi mazedaar rahe ye samachaar bhi.. poora anand liya..

दीपक 'मशाल' ने कहा…

इस बार रंग लगाना तो.. ऐसा रंग लगाना.. के ताउम्र ना छूटे..
ना हिन्दू पहिचाना जाये ना मुसलमाँ.. ऐसा रंग लगाना..
लहू का रंग तो अन्दर ही रह जाता है.. जब तक पहचाना जाये सड़कों पे बह जाता है..
कोई बाहर का पक्का रंग लगाना..
के बस इंसां पहचाना जाये.. ना हिन्दू पहचाना जाये..
ना मुसलमाँ पहचाना जाये.. बस इंसां पहचाना जाये..
इस बार.. ऐसा रंग लगाना...
(और आज पहली बार ब्लॉग पर बुला रहा हूँ.. शायद आपकी भी टांग खींची हो मैंने होली में..)

होली की उतनी शुभ कामनाएं जितनी मैंने और आपने मिलके भी ना बांटी हों...

दीपक 'मशाल' ने कहा…

sabhi ko samet liya aapne blogjagat me

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

Shukriya bhaai avinash ji ka sheeghr hee videshon se samachar sunenge

बेनामी ने कहा…

"होली" मंगल-मिलन की हार्दिक शुभकामनाएं

स्वप्न मञ्जूषा ने कहा…

are girish ji aapne kaise soch liya ki aap bach jaayenge ??
aapne meri latest post dekha hi nahi hai...

http://swapnamanjusha.blogspot.com/2010/02/blog-post_27.html

bahut hi badhiya podcast...avinash ji ko bahut bahut badhai..aapko bhi..
holi ki bahut bahut shubhkamman...

Mithilesh dubey ने कहा…

अविनाश भईया का जवाब नहीं , सबकी खबर रखते हैं , इनकी नजरों से कोई बच नहीं सकता ।

राज भाटिय़ा ने कहा…

आप और आप के परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएं !!
सुंदर समाचार जी मजेदार

रानीविशाल ने कहा…

Wakai Avinaash ji ka jawab nahi ....bahut mazedar samachar!
Aap sabhi ko holi ki shubhkaamnae!!

राजकुमार ग्वालानी ने कहा…

होली में डाले प्यार के ऐसे रंग
देख के सारी दुनिया हो जाए दंग
रहे हम सभी भाई-चारे के संग
करें न कभी किसी बात पर जंग
आओ मिलकर खाएं प्यार की भंग
और खेले सबसे साथ प्यार के रंग

Wow.....New

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