9.7.09

मुखेटाबाज टिप्पणीकर्ता कोई नाजायज़ जिस्म होगा !

देर रात आज ऑफिस से लौटा हूँ नेट खोला तो भाई महेंद्र मिश्रा जी का यह आलेख पढ़कर दुःख हुआ, किसी का अश्लील अनाम टिप्पणीकार होना उसकी कुंठित बुद्धि का परिचायक है मुझे तो ये लोग नाजायज़ तरीके से दुनियाँ में फ़िर दुनिया से ब्लॉग जगत में आए लोग लगतें है। किसी के आलेख से असहमत होना स्वाभाविक है किंतु इस असहमति को इस तरह व्यक्त करना निकृष्टता है। ऐसे अनाम/गलीच/गंदे टिप्पणीकारों को ईश्वर जितनी ज़ल्दी हो सके सदगति दे ऐसी कामना है । महेंद्र जी हम सभी आपके साथ है ।

9 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

दुखद बात है किन्तु निवारण मात्र और मात्र तव्वजो न देना और डिलिट कर देना है.

Pramendra Pratap Singh ने कहा…

हम भी आपके साथ है।

मै तो पोस्‍ट भाव के हिसाब से टिप्‍पणी करने की छूट देता हूँ। लगता है कि कोई इस पोस्‍ट पर अपनी रोटी सेकेगा तो मै इसे नही होने देता हूं।

Unknown ने कहा…

hum sab ek hain !

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

भाई ये तो नया फ़ैशन है. आप मोडरेशन लगा देंगे वो खुद ही अनाम ब्लोगर बनकर पोस्ट लिखेगा.:) यह तो राहु केतु है.

रामराम.

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

सभी बातें ठीक हैं किन्तु गालीगुफ्तार के लिए किसी को कोई भी अनुमति नहीं होनी चाहिए .ताऊ सही कह रहें है माडरेशन की बात सही है

विनोद कुमार पांडेय ने कहा…

pata nahi kaun log hai..

are baat rakhani hai to samne aao..dar kar aisa kyon karate hai..

parantu hame in baton ki parwaah nahi karani chahiye..

kuch nahi hota..ek click aur delete bas..sari baten gayi benaami baba ki..

अर्कजेश ने कहा…

अनाम टिप्पणियों को डिलीट कर देना चाहिये । अनाम टिप्पणी का विकल्प ही नहीं रखना चाहिये । मेरी हालिया पोस्ट भी टिप्पणी पर ही है ।

समयचक्र ने कहा…

आभार

Razi Shahab ने कहा…

हम भी आपके साथ है।

Wow.....New

धर्म और संप्रदाय

What is the difference The between Dharm & Religion ?     English language has its own compulsions.. This language has a lot of difficu...