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दिसंबर, 2008 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
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श्री राम ठाकुर दादा नहीं रहे जबलपुर 29 दिसम्बर 2008 जबलपुर के श्रीराम ठाकुर "दादा" , व्यंग्यकार लघु कथा कार श्री राम ठाकुर दादा का अल्प बीमारी के उपरांत दु : खद निधन हो गया । अपनी सत्य वादिता एवं विनोद के पर्याय एवं मित्रता के निर्वहन के लिए मशहूर दादा को कई राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुए । उनके बारे में विस्तार से जानकारी के लिए यहाँ , या यहाँ क्लिक कीजिए । स्वर्गीय दादा की अन्तिम यात्रा में परिजनों के अलावा ज्ञान रंजन सहित संस्कार धानी जबलपुर के साहित्यकार,पत्रकार,विचारक, शामिल थे। जन्म : 28 जनवरी 1946 बारंगी , जिला : होशंगाबाद अवसान : 28 दिसम्बर 2008 जिला: जबलपुर अनवरत स्मृतियों को नम आंखों में संजोए भाव पूर्ण श्रद्धांजलियां शोकाकुल जबलपुर के सम

भारत पाक युध्द नहीं होगा : माधव सिंह यादव की भविष्यवाणी

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मेरे मित्र माधव सिंह यादव जिन्हौने आभास के सैलिब्रिटी बनने का ऐलान किया था मानतें हैं कि :-" चांडाल योग राष्ट्र नहीं वरन उन लोगों के लिए मतिभ्रम का कारक होगा जो कि किसी ऊँचे पद पर आसीन हों अथवा जिनका सार्वजनिक जीवन समाज के लिए आवश्यक हो ।" इन उच्च पदस्थ एवं शोहरत धारी लोगों के जीवन में चांडाल योग उनकी वैचारिक क्षमता को प्रभावित करेगा । चांडाल-योग उच्च पदधारियों में मतिभ्रम का कारक है चांडाल - योग , इस योग के चलते महान हस्तियाँ कुछ ऐसे निर्णय ले लेंगी जो उनकी अपनी छवि के लिए घातक हो . एक ओर कतिपय महान हस्तियाँ विवादित बयान , अथवा कार्यों से सुर्खियों में रह सकतीं हैं . तो दूसरी ओर सेक्स -स्कैंडल भी उजागर होंगें इस बात को नकारा नहीं जा सकता. जबकि वे महान हस्तियाँ और भी अधिक यश पाएंगीं जो बिना किसी स्वार्थ और लिप्सा के उपेक्षित वर्ग के लिए काम करेंगीं . कोई भी व्यक्ति जो दीन-दुखियों की परवाह किए बगैर निजी स्वार्थ के लिए कोई कार्य करेंगे

नार्मदेय ब्राहमण समाज खुश है ताजपोशी से

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नार्मदीय ब्राह्मण समाज जबलपुर , टिमरनी , हरदा , नागपुर , के सभी पदाधिकारियों द्वारा श्री शिवराज चौहान को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर १२ दिसम्बर २००८ को शपथ ग्रहण करने पर हर्ष व्यक्त किया है । प्रदेश में मानव विकास की ओर ध्यान देने वाले शिवराज सिंह को मुख्यमंत्री के पद पर पुन: आसीन करा कर प्रदेश की जनता ने उनके कार्य को सम्मानित किया गया है... नार्मदीय ब्राह्मण समाज इस सम्बन्ध में इस समाज की महिलाओं की अपेक्षा कुछ इस तरह रही -"हमारी समाज में बालिका विवाह में दहेज़ न तो लिया जाता है और न ही इस दहेज़ के कारण किसी वधु पर अत्याचार किया जाता । हम चाहतें हैं कि सरकार इस दिशा में कारगर प्रयास करेगी। "

निंदा की निंदा

निंदा , निंदा - की अगर की जाए तो उसका अपना मज़ा है इस में कोई नुकसान नहीं होता करना भी चाहिए किंतु भैया जी सचाई तो ये है कि एक सुधारात्मक सोच को यदि आप नकारात्मक द्रष्टिकोण से देखेंगे तो तय है कि सुरक्षा पर आंच आ सकती है । मेरा मत यह है किसी भी स्थिति में देश की सुरक्षा से खिलवाड़ न हो न ही देश में मुंबई काण्ड की पुनरावृत्ति हो । बाबजूद इसके कोई भी व्यक्ति कला साधना संस्कृति के नाम पे देश की गरिमा का ख़याल रखे बिना कुछ भी मांग करे ग़लत होगा । आपको याद होगा ग़ज़ल के बादशाह जगजीत सिंह ने तक सज़ा भोगी ।

एक कविता विजेता के लिए

तुम जो चुने गए हो गिने चुने लोगों में नंबर एक पर माँ अधिकारों नहीं कर्तव्यों की पोटली दी है हाथों में माँ जो इतिहास लिखोगे माँ को यकीन है पैंयाँ-पैंयाँ चलता हमारा यकीन तुम्हारे पीछे पीछे सच माँ ही एक मात्र वज़ह हो कि विजेता हो ! पहली बार विश्वाश जागा है जो कच्चे सूत का धागा है हमको यकीन है माँ की दी हुई पोटली पर जो तुमनें साथ रखी

पाकिस्तान से आतंकवादी और कलाकार साथ न आने दें

मुंबई में आतंकवादी हरकत के परिपेक्ष्य में ज़ारी ' भारत की सुरक्षा के सूत्रों के मुताबिक इस ब्लॉग में जो भी कुछ लिखा गया है वो कोई व्यक्तिगत लाभ के उद्येश्य से उसके बाद आम आदमी की भी मीडिया से कुछ अपेक्षा रही है जिसे ब्लॉगर पहले ही व्यक्त कर चुका है कला संस्कृति सद्भावना की भाषा पाकिस्तान को जितने बार समझाई गयी उतनी तो इन चैनल्स की उम्र नहीं है जिनने एस एम एस के धंधे के नाम पे कला का बाज़ार सज़ा रखा है। सभी देश भक्तो कृपया पाकिस्तान की सरकार और उस देश के जन नायकों को यह समझाना ज़रूरी है की आतंकवाद की वज़ह से पाकिस्तान को कितनी रुसवाई भोगनी पड़ सकती है। शिव-सेना से पहले ब्लॉगर इस मसले पर कह चुकें हैं की राष्ट्र हित में पकिस्तान की उपेक्षा की जाए । ऐसी मांग कोई नाजायज़ नहीं है न ही इसे नाजायज ठहराया जाए ।

ज्ञान दर्पण: भारत की सुरक्षा के सूत्रों की चर्चा

ज्ञान दर्पण:में भारत की सुरक्षा के सूत्र छाप कर अभिभूत करने वाले ratansingh के प्रति आभार ।रांची हल्ला की नज़र में युद्ध स‌माधान नहीं... है ये एक सीमा तक ठीक हो सकता है किन्तु अब जब "ब्रेकिंग " आ रही है कि पाकिस्तान को लश्कर पर कार्यवाई पर समय सीमा से इनकार है । इन ब्रेकिंग न्यूज़ के दौर में आदरणीय सरदार मनमोहन सिंह जी कहीं ऐसा न हो कि कारवां गुज़र जाए और आप गु़बार देखते रहें आप मैडम जी से बात करके " ताऊ की फ़रमाइश पर " पर दयां देदीजिए सर जी। वर्ना समय निकल जाएगा और आप क्या होगा इस देश का

48 घंटे में होगी कार्रवाई : लकड़ी के आगे नाची मकड़ी

मेरी पिछली पोष्ट स्मरण - कीजिए . आज रात यानी 11:30 से वाशिंगटन पोस्ट के हवाले से भारत सरकार की कूटनीतिक कोशिशों की सफलता का विस्तृत समाचार प्रसारित हुआ . भारतीय कूट्नीतिक की सफलता ही कहा जाएगा । इस समाचार के आने से उन सारे मुंहों पर फिलहाल ताले से पड़ गए हैं जो कल तक सरकार पर निशाना साध रहे थे । मैं एक अन्य पोस्ट में आंशिक परिवर्तन करना चाहता हूँ एक सूत्र और जोड़ कर"कि सिम कार्ड्स की खरीद फरोख्त" को और अधिक सख्त कर देना चाहिए . इस मसाले पर नियामक आयोग को अब कार्रवाई करनी चाहिए , जहाँ तक आई डी फ्रूफ की ज़रूरत का सवाल है किसी भी स्थिति में आई डी प्रूफ़स का पुन: परीक्षण करना अब बेहद ज़रूरी हो गया है। नवभारत टाइम्स -की चिंता पर भी जायज़ है। अब इन भैया लोगों के - द्वारा मार्च निकाला जा रहा है इनके लिए हमारी शुभ कामनाएं भारत की अस्मिता से खिलवाड़ करने वाली ताक़तों के विरुद्ध जो जूनून अभी पनपा है उसे सभी भारतवासी कायम रखें देश की सुरक्षा के लिए यही ज़ज्बात ज़रूरी हैं मित्रो तरक्की के साथ सुरक्षा सर्वोपरी है

ये तुम्हारे लिए ताजमहल बनवाने गए "मुमताज़ "

आज जबलपुर के अखबारों में छ्पी एक ख़बर " एक मानसिक रूप से विक्षिप्त से ....... छि ..........." उस औरत को ये हराम जादे " मुमताज़ " कहते थे । इन लोगों ने बेचारी जबलपुर के रद्दी चौकी क्षेत्र में एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवती के साथ किया दुराचार किन्नरों ने घायल अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया । विक्षिप्ता के साथ दुराचार तो किया ही साथ ही साथ उसे शारीरिक चोट पहुंचा कर घायल अवस्था में सड़क पर फैंक दिया । यह घटना है जबलपुर के रद्दी - चौकी क्षेत्र की । २५ वर्षीय इस अबोध नारी पर किए हुए के जिम्मेदार कौन हैं इस बात की पता साजी हमारी जिम्मेदार पुलिस कर रही है। घटना दिल दहला देने वाली है किंतु उन किन्नरों के प्रति हमारी कृतज्ञता जिन्होंने मुमताज़ को सुबह - सुबह अस्पताल पहुंचाने का काम किया। ये नुक्कड़ पर लिए शायद अभी गए हैं ताजमहल बनाने " हमारी जिम्मेदार पुलिस इनकी तलाश में हैं ..! उन किन्नरों