22.9.08

प्रीति का चित्रहार






अहमदाबाद,नहीं सूरत से प्रीति हैं
बेहद गंभीर चित्रकार
गहनों की डिजायनर समय निकाल के नेट पर आकर मित्रों से चर्चा में व्यस्त हो जातीं हैं
ब्लॉग पर कविताओं की तलाश करते करते उनने मुझे मित्र बना लिया
हार्दिक शुभ कामनाएँ
कवि,चित्रकार एवं एक आत्म विश्वाशी मौन साधिका
"प्रीति को "

4 टिप्‍पणियां:

राज भाटिय़ा ने कहा…

भाईया हमे तो एक ही चित्र दिख रहा हे ओर चित्र बहुत ही सुन्दर हे बाकी के उपर वाले चित्र नही दिखाई दे रहे,
धन्यवाद इस सुन्दर चित्र के लिये

Vivek Gupta ने कहा…

एक ही मुझे दिखा है, मैं कहूँगा बहुत बेहतरीन है, प्लीज़ और भी पोस्ट कीजिये |

Udan Tashtari ने कहा…

एक ही फोटो दिखा!!

Preeti_Surat ने कहा…

नयी तरंग है...नयी उमंग है...
नयी है जागी हुई हर दिशा.....
कोमल कोमल पंख हिलाती
महक रही है हर लता.. ....

बहोत शुक्रिया गिरीश जी आपका ....

Wow.....New

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